नीमडीह में दूषित पानी पीने से ग्रामीणों को हुआ था डायरिया

 पानी की आई जांच रिपोर्ट, दो तरह के मिले बैक्टीरिया

जमशेदपुर : डुमरिया प्रखंड के खैरबनी पंचायत नीमडीह गांव में दूषित पानी पीने से 23 ग्रामीणों को डायरिया हुआ था। जिसके बाद जिला सर्विलेंस विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर चार अलग-अलग स्थानों पर पानी का नमूना भी लिया था। साथ ही उसे जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा था। वहीं मेडिकल कॉलेज से पानी की जांच रिपोर्ट आ गई है और जिसमें दो तरह के बैक्टीरिया होने की पुष्टि भी हुई है‌ और जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सर्विलांस विभाग की टीम में शामिल महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ मो. असद, सुशील तिवारी और अरुण कुमार ने गांव के जल मीनार, दो कुएं और एक हैंड पंप से पानी का नमूना लिया था। चारों नमूने की जांच में एंटरोकोकस फैकेलिस और ऐशेरिशिया कोलाई नामक बैक्टीरिया मिला है। एंटरोकोकस फैकेलिस बैक्टीरिया मल में पाया जाता है और ऐशेरिशिया कोलाई आंत में पाया जाता है और जो फ्रेंडली होता है। लेकिन अधिक होने से स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। बीते मंगलवार डायरिया की जांच करने पहुंची जिला सर्विलांस विभाग की टीम ने नीमडीह जाकर लोगों से इस संबंध में जानकारी लेने के साथ-साथ जहां से वे पानी पीते है, उन सभी जगहों से पानी का सैंपल लिया था। टीम में शामिल डॉ असद ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि सभी लोग डायरिया से पीड़ित है। जिसको देखते हुए वहां स्थित दो कुंआ, एक-एक जल मीनार व हैंड पंप से पानी का सैंपल लिया गया था। उसको जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा गया था। ताकि पता चल सके कि पानी के कारण डायरिया फैला है या कुछ और कारण है। इसकी रिपोर्ट आ गई है, जिसमें दूषित पानी पीने से ग्रामीणों को डायरिया होने हुआ था।

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