गिरिडीह:- गाण्डेय प्रखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत गजकुंडा के मुखिया प्रतिनिधि शमीम अहमद ने पंचायत में संचालित नल-जल योजना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना पंचायत में पूरी तरह से विफल सिद्ध हुआ है।
उन्होंने बताया कि गजकुंडा पहाड़ों पर बसा हुआ पंचायत है जिसके कारण यहां का जलस्तर काफी नीचे है यही वजह है कि नल-जल योजना के तहत किए गए लगभग सभी बोरिंग बेकार हो गए हैं। जल मीनार महज़ शोभा की वस्तु बनकर रह गए हैं। लोग पानी के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। विभाग के लोग शिकायतों को अनसुना कर देते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मैं विभाग के वरीय पदाधिकारियों से विनम्र निवेदन करते हुए आग्रह करता हूं कि गर्मी के मौसम को देखते हुए पंचायत में अविलंब जलापूर्ति बहाल करें ताकि पंचायत वासियों को भीषण गर्मी में पानी की समस्या से निजात मिल सके।