दीपावली पर मिठाई बांटने के पीछे भी एक सोच होती थी क्योंकि हर मिठाई कुछ कहती है

दीपावली के हर एक रस्म हमे बहुत कुछ शिक्षा दे जाती है।

गौर कीजिए, मिठाइयों के कुछ ना कुछ संदेश होते है, जिसे हम अपने जीवन में आत्मसात कर सकते है …
जैसे:
रसगुल्ला
कोई फर्क नहीं पड़ता कि,
जीवन आपको कितना निचोड़ता है,
अपना असली रूप सदा बनाये रखें

बेसन के लड्डू
यदि दबाव में बिखर भी जाय तो, फिर से बंध कर लड्डू हुआ जा सकता है।
परिवार में एकता बनाए रखें

गुलाबजामुन
सॉफ्ट होना कमजोरी नहीं है! ये आपकी खासियत भी है।
नम्रता एक विशेष गुण है

जलेबी
आकार मायने नहीं रखता,
स्वभाव मायने रखता है,
जीवन में उलझने कितनी भी हो, रसीले और सरल बने रहो

बूंदी के लड्डू
बूंदी-बूंदी से लड्डू बनता, छोटे-छोटे प्रयास से ही सब कुछ होता हैं!
सकारात्मक प्रयास करते रहे.

सोहनपापड़ी
हर कोई आपको पसंद नहीं कर सकता, लेकिन बनाने वाले ने कभी हिम्मत नहीं हारी।
अपने लक्ष्य पर टिके रहो

काजू कतली
अपने आप को इतना सस्ता ना रखे, कि राह चलता कोई भी आपका दाम पूछता रहे !
आंतरिक गुणवत्ता हमें सबसे अलग बनाती है

💐🙏 शुभ दीपावली 🙏💐
अब, आप भी सोचें किसको क्या मिठाई देनी है???
हां!!!!! चाॅकलेट नहीं।

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