कार्यकर्ताओं पर लगाया नशाखोरी और अड्डेबाजी का आरोप, जमीन कब्जाने के लिए बना दिया कमरा और शौचालय
जमशेदपुर : मुझे छठ पूजा से कोई आपत्ति नहीं है। मगर मेरी जमीन पर स्वास्थ्य मंत्री के नाम का पोस्ट क्यों लगाया जाता है। उक्त बातें जमीन मालिक सावित्री महतो ने रविवार की दोपहर कदमा उलियान नील सरोवर पार्क में आयोजित प्रेसवार्ता में कही। इस दौरान कदमा थाना अंतर्गत उलियान वार्ड नंबर 2 स्थित नील सरोवर पार्क में स्थित तालाब और इसके आस-पास की जमीन को लेकर मालिक स्व. गणेश चंद्र महतो की पत्नी सावित्री महतो ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और उसके कार्यकर्ताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पुस्तैनी जमीन पुराना खाता संख्या 97 व नया खाता संख्या 1217, पुराना प्लॉट संख्या 1074 व 1075 और नया प्लॉट संख्या 197 व 198 है। वहीं पूरी पुश्तैनी जमीन का रकवा 115 हैक्टेयर लगभग चार बीघा है। जिसमें नील सरोवर तालाब, मेढ़ और उसके आस-पास की जमीन शामिल है। जिसपर अवैध रूप से दो कमरे, शौचालय और लोगों के टहलने के लिए फुटपाथ का निर्माण कर दिया गया है। जिसको लेकर उनके पति स्व. गणेश चंद्र महतो ने हाईकोर्ट में एक पिटीशन संख्या डब्ल्यू पी (सी) नंबर – 4642/2007 दायर की थी। जिसमें गणेश चंद्र महतो बनाम स्टेट ऑफ झारखंड एंड अदर्श (जैसे पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त, जमशेदपुर अंचलाधिकारी, जमशेदपुर अक्षेस विभाग व एसडीएम धालभूम आदि) को पार्टी बनाया गया था। अपने पिटीशन में गणेश चंद्र महतो ने यह आरोप लगाया था कि पूजा पाठ की आड़ में उनकी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। साथ ही इसका विरोध करने पर उनके पूरे परिवार को परेशान भी किया जा रहा है। उनकी जमीन पर अवैध रूप से निर्माण भी कर दिया गया है। जिसपर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए उनके पक्ष में 16 जून 2008 को फैसला सुनाया था। जिसमें हाई कोर्ट ने कहा था कि जमीन मालिक को किसी भी तरह से परेशान ना किया जाए और ना ही उनकी जमीन पर किसी तरह का अवैध निर्माण ही किया जाए। बावजूद इसके उनकी पुस्तैनी जमीन नया खाता संख्या 197 पर बसंत कुटीर, होल्डिंग संख्या 32, अज्ञात, तपन मुखी, अज्ञात, सैलजा भवन, नीलम झा और अज्ञात दो लोगों द्वारा अवैध रूप से घर का पक्का निर्माण भी करवा लिया गया। जिसको लेकर रांची हाई कोर्ट में उन्होंने 2021 में कंटेंमप सिविल केस नंबर – 868/2021 दायर किया था। जिसको लेकर हाईकोर्ट ने सभी अवैध दखलदाताओं को नोटिस भी भेजा था। साथ ही जिले की तत्कालीन डीसी विजया जाधव को शो कॉज भी किया था और जिसका जवाब देने के लिए उन्हें हाईकोर्ट के कटघरे में भी खड़ा होना पड़ा था। उनके साथ-साथ जमशेदपुर अंचलाधिकारी, जमशेदपुर अक्षेस विभाग और एसडीएम धालभूम को भी शो कॉज किया गया था। इस दौरान गणेश चंद्र महतो का वर्ष 2008 में देहांत हो गया था। जिसके बाद से जमीन संबंधी सभी मामले उनकी पत्नी सावित्री महतो ही देख रही है। वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि उनकी जमीन पर अवैध रूप से बने दो कमरे में स्वास्थ्य मंत्री के कार्यकर्ता मनोज झा समेत अन्य के द्वारा नशाखोरी और अड्डे बाजी की जाती है। साथ ही कभी बर्थडे पार्टी तो कभी अन्य की आड़ में यहां हो-हल्ला भी किया जाता है। वहीं पिछली बार नील सरोवर पार्क में छठ पूजा आयोजन के दौरान सभी जगहों पर स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता का पोस्टर कार्यकर्ताओं ने लगा दिया था। जिसका विरोध करने पर कार्यकर्ताओं द्वारा पुरुषों के साथ मारपीट और महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया। जिसकी शिकायत हमने संबंधित थाने में भी की थी। जमीन मेरी है और अगर पोस्टर लगाना ही है तो वह मेरे पति की लगाए। जबकि इस पूरे मामले में जिला कांग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष मनोज झा ने कहा कि बोलने वाले कुछ भी बोलते हैं। कोई एयरपोर्ट की जमीन को अपना बताता है तो कोई गल्फ ग्राउंड की जमीन को अपना। 12- 13 सालों से वहां छठ पूजा का आयोजन हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता के आग्रह पर टाटा स्टील के एमडी स्व.जेजे ईरानी के समय तालाब का सौंदर्यीकरण किया गया था। साथ ही चारदीवारी और फुटपाथ का निर्माण भी किया गया था। जहां तक शौचालय की बात है तो उसका निर्माण जमशेदपुर अक्षेस विभाग के द्वारा किया गया था। जबकि जुस्को द्वारा दो कमरों का निर्माण किया गया था और जिसमें छठ पूजा से संबंधित सामानों का रखा जाता है। अगर उनकी जमीन थी तो उन्हें कानून का सहारा लेना चाहिए था ना कि किसी पर आप लगाने की जरूरत थी।