बिस्टुपुर गोपाल मैदान में 15 नवंबर संवाद के 10 वें संस्करण की होगी शुरूआत

 देश भर से लगभग 150 जनजातियों के 2500 से अधिक प्रतिनिधियों की मेजबानी करने की है उम्मीद है

जमशेदपुर : टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा समर्थित जनजातीय संस्कृति पर सबसे बड़े पारिस्थितिकी तंत्रों में से एक संवाद ने अपने 10 वें संस्करण की घोषणा की है और जो 15 नवंबर से बिस्टुपुर स्थित गोपाल मैदान में शुरू होने जा रहा है। 351 नगाड़ों, ढोल और संगीत वाद्ययंत्रों की पारंपरिक धुन के साथ मनाया जाने वाला यह दिन झारखंड के प्रतिष्ठित आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती भी मनाता है। जिसका थीम मेरे साथ चलो – भारत की जनजातियों के बीच विचारों, व्यक्तियों और सामूहिकता की यात्रा को पहचानता है और जो पिछले दशक में संवाद सम्मेलन में होने वाली बातचीत और संवादों से जुड़ा हुआ है कि वे साझा ज्ञान, विचारों के आदान-प्रदान और आत्म-शिक्षा के साथ-साथ आगे आने वाली चुनौतियों को हल करने के लिए कैसे तैयार हैं। संवाद का आयोजन पांच जगहों में होगा। जिसमें बिस्टुपुर रामदास भट्टा टीएसएफ कम्युनिटी हॉल, जमशेदपुर नेचर ट्रेल, ट्राइबल कल्चर सेंटर, गोपाल मैदान और जोहार हाट शामिल हैं। वहीं गोपाल मैदान और ट्राइबल कल्चर सेंटर में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। साथ ही कदमा प्रकृति विहार कॉलोनी जोहार हाट में एक क्लाउड किचन सुविधा स्थापित की जा रही है और जहां होम डिलीवरी के लिए भोजन भी तैयार किया जाएगा। जिसकी डिलीवरी पार्टनर जोमैटो के माध्यम से की जाएगी। इसी तरह पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों पर रुचि रखने वाले के लिए टीएसएफ सामुदायिक हॉल में हीलर्स वर्कशॉप भी आयोजित की जाएगी। जबकि जमशेदपुर नेचर ट्रेल में समुदाय के साथ फिल्मों की स्क्रीनिंग और वर्कशॉप के साथ-साथ एक इमर्सिव आर्टिजन वर्कशॉप भी आयोजित किया जाएगा।इससे पहले टाटा स्टील फाउंडेशन की ट्राइबल आइडेंटिटी टीम रीजनल संवाद, कारीगरों और संगीतकारों के साथ आवासीय कार्यक्रम, सिनेमा-आधारित संवाद, फेलोशिप के लिए व्यापक ऑन-ग्राउंड मोबिलाइजेशन और ट्राइबल लीडरशिप प्रोग्राम आयोजित कर रही है। जिससे देश के सुदूर हिस्सों में पुराने दोस्तों और नए समुदायों को मेलजोल का अवसर मिल सके। ताकि वे इस गहराई से जुड़कर प्रतिनिधित्व कर सकें। इस दौरान संवाद ने भारत समेत 17 अन्य देशों की 200 से अधिक जनजातियों के 40 हजार से अधिक लोगों को आदिवासी संस्कृति, ज्ञान और जीवन शैली के एक सहज उत्सव के साथ संतुलित आदिवासी विकास गाथा के निष्पक्ष चिंतन में एकजुट किया है। यह उन विभिन्न तत्वों पर प्रकाश डालेगा जो पिछले कुछ वर्षों में सम्मेलन से उभरे हैं और जो परिवर्तन की व्यक्तिगत पहचान बन रहे हैं। संवाद से 100 जनजातीय समूहों, 20 राज्यों के साथ साथ 2 केंद्र शासित प्रदेशों से जनजातीय नेतृत्व कार्यक्रम समूह के 350 से अधिक जनजातीय चेंज मेकर्स वास्तविक जीवन के अनुभवों को साझा करने के लिए संवाद सम्मेलन में शामिल होंगे। वहीं 110 कारीगरों द्वारा 42 स्टालों में हस्तशिल्प के विशेषज्ञों के साथ कार्यशालाओं व सत्रों के साथ पूरे देश से 37 आदिवासी समुदायों के 28 कला प्रारूपों को प्रदर्शित किया जाएगा। 170 आदिवासी चिकित्सक सफलता की कहानियों की जानकारी के साथ 22 स्टालों पर उपचार और दवाएं भी पेश करेंगे। देश के 17 राज्यों की 37 जनजातियों के 140 घरेलू रसोइये बेहतरीन भोजन का अनुभव देने के लिए क्यूरेटेड लंच भी पेश करेंगे और यह स्वादिष्ट आदिवासी भोजन की होम डिलीवरी ज़ोमैटो द्वारा उपलब्ध होगा। देश के 5 राज्यों की 11 जनजातियों के 50 से अधिक संगीतकार 17 नवंबर को अपने मुख्य प्रदर्शन पेश करेंगे। रिदम ऑफ द अर्थ (आरओटीई) संवाद सम्मेलन में मिले संगीतकारों का समूह संवाद 2023 में पांच नई मूल रचनाएं भी लॉन्च करेंगे। हॉर्नबिल कलाकार भी एक धुन बनाने के लिए रोटे कलाकारों के दल में शामिल होंगे। वहीं इसके बारे में ज्यादा जानने के लिए वेबसाइट samvaad.tatasteelfoundation.org से जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

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