खूंटी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले धरती आबा को नमन किया। बिरसा ओडा में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर शहीद स्थल की मिट्टी का तिलक लगाया। राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। उन्हें शॉल और भगवान बिरसा की प्रतिमा दी। केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने प्रधानमंत्री को टोपी और एक सरना शॉल भेंट की। इसके अलावा प्रधानमंत्री को प्रतिमा, पेंटिंग और कई अन्य उपहार भी दिए गए।
इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुऐ मुख्यंमत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं एक आदिवासी राज्य का नेतृत्व कर रहा हूं। हम विकास की कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति की बात करते हैं। हमने सरकार आपके द्वार के माध्यम से यह प्रयास किया है। हमने हर एक व्यक्ति को विकास से जोड़ने की कोशिश की है। प्रधानमंत्री यहां आये हैं तो आशा है कि आदिवासी विकास का लक्ष्य हम पूरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि आपने इस कार्यक्रम से पूरे देश को जोड़ा है। यह आदिवासियों के लिए मील का पत्थर साबित हो। झारखंड इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगा। झारखंड हमेशा प्रयास करता रहा है। प्रधानमंत्री से हम आग्रह करना चाहेंगे जो आदिवासी जंगल में बसते हैं वे विस्थापन का दंश झेलते हैं। इनके लिए भी प्रधानमंत्री कोई खास योजना लाएं, जिससे इनका भला हो। हेमंत सोरेन ने कहा कि हम प्रधानमंत्री को सुनने के लिए यहां आये हैं।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने योजनाओं का जिक्र किया, जिसमें आदिवासी समाज के विकास पर जोर दिया जायेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार जताया। साथ ही कहा कि यह पहला अवसर है जब देश के प्रधानमंत्री भगवान बिरसा मुंडा के गांव पहुंचे हैं। जनजातीय गौरव का यह नया अध्याय बना है। पूरे देश में इस मिट्टी से सुगंध के रूप में फैले, इसलिए कई राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल जुड़े हैं। पूरा देश आज खूंटी में भगवान बिरसा मुंडा की धरती से जुड़ा है। यह एक नयी यात्रा का आगाज है। यहां से विकसित भारत संकल्प यात्रा का भी आगाज हो रहा है।