संजय सागर
बड़कागांव: 17 नवंबर से लोक आस्था का महापर्व छठ शुरू से हो गया. इस पर्व का समापन 20 नवंबर को होगा. चार दिनों तक चलने वाले छठ पूजा के पहले दिन नहाय-खाय के साथ शुरू हुई. बड़कागांव के शिक्षक सुकेश कुमार के पिता वासुदेव राम, माता मंजरी देवी उनकी पत्नी कौशल्या देवी , भावों पिंकी देवी व मधु देवी ने भिक्षा टन छठ पूजा शुरू किया. आज बड़कागांव के विभिन्न गांव व मोहल्लों छठ पूजा नहाय- खाया के साथ शुरू की गई. छठवर्ती आज माता छठ एवं सूर्य भगवान की आराधना कर कद्दू भात का सेवन किया. दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन संध्या अर्घ्य और चौथे दिन उषा अर्घ्य देते हुए समापन होगी. छठ महापर्व सूर्य उपासना का सबसे बड़ा त्योहार होता है. इस पर्व में भगवान सूर्य के साथ छठी माई की पूजा-उपासना विधि-विधान के साथ की जाती है. 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए इस व्रत को रख जाता है. छठ पूजा का व्रत रखने वाले लोग चौबीस घंटो से अधिक समय तक निर्जल उपवास रखेंगे. छठवर्ती आज घर-घर जाकर लोगों को खरा का प्रसाद ग्रहण करने का न्योता दिया. 18 नवंबर को देर शाम में करना होगी. 19 नवंबर को प्रथम अर्घ्य दिया जाएगा. जबकि 20 नवंबर को द्वितीय अर्घ दिया जाएगा.