कदमा नील सरोवर मामले में पांच नामजद समेत अन्य पर सरकारी काम में बाधा डालने का मामला हुआ दर्ज

जमशेदपुर : बीते 18 नवंबर की दोपहर शहीद निर्मल महतो समाधि स्थल से जिला प्रशासन से बिना अनुमति लिए ही जेबीकेएसएस कार्यकर्ताओं के साथ जमीन मालिक सावित्री महतो की बेटी अनीता महतो रैली के रूप में नील सरोवर तालाब पहुंची। इस दौरान कदमा थाना प्रभारी अशोक राम ने उन्हें रोकने का प्रयास भी किया था। मगर किसी ने भी उनकी एक न सुनी। वहीं नील सरोवर पहुंचकर सभी ने जमकर हंगामा भी किया। जिसके बाद थाना प्रभारी ने मामले की सूचना वरीय अधिकारियों को दी। वहीं सूचना पाकर एसडीएम धालभूम पीयूष सिन्हा, एसपी सिटी मुकेश कुमार लुनायत, डीएसपी सीसीआर अनिमेष गुप्ता, अंचलाधिकारी मनोज कुमार, सोनारी थाना प्रभारी विष्णु राउत और बिस्टुपुर थाना प्रभारी अंजनी कुमार समेत भारी संख्या में पुलिस बल के साथ क्यूआरटी भी मौके पर पहुंची। इस दौरान सभी ने मिलकर हंगामा कर रहे लोगों को समझने का काफी प्रयास भी किया। मगर उन्होंने किसी की एक न सुनी। 18 नवंबर से शुरू हुआ हंगामा 19 नवंबर की सुबह तक चलता रहा। जिसको लेकर मंगलवार अंचलाधिकारी मनोज कुमार के बयान पर कदमा थाने में सरकारी काम में बाधा समेत विभिन्न धाराओं में हंगामा कर रहे लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया। जिसके तहत अनीता महतो, अधिवक्ता अचिंतो महतो, दीपक महतो, अनूप महतो, बसंत महतो समेत अन्य अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। बताते चलें कि कदमा उलियान धनंजय पथ स्थित नील सरोवर (बांध) तालाब समेत उसके आस-पास की जमीन पर अनीता महतो अपनी रैयती जमीन होने का दावा करती है। जिसके कारण उसकी जमीन पर छठ के दौरान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का पोस्टर लगाने समेत टेंट लगाने का जोरदार विरोध किया था। इस दौरान भारी हंगामा भी हुआ था।

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