बड़कागांव : बड़कागांव के ग्राम मरदुसोती स्थित प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत सहायक अध्यापक (पारा शिक्षक) रामजीत राम उम्र 48 वर्ष की आकस्मिक निधन हो जाने के बाद पारा शिक्षक संघ द्वारा नगद बीस हजार रूपए सहयोग राशि उनके परिजनों को दी गई. तत्पश्चात संघ के द्वारा उनकी आत्मा के शांति के लिए शोक व्यक्त किया गया. संघ की ओर से झारखंड सरकार से मृतक के पत्नी को अनुकंपा के आधार पर नौकरी एवं मुआवजा दिए जाने की मांग की गई है. मृतक के परिजनों ने बताया कि 15 नवंबर की शुबह इलाज के दरमियान रांची रिम्स में मृत्यु हो गई थी. सहायक अध्यापकों ने बताया कि रामजीत रजवार 2003 से सहायक अध्यापक (पारा शिक्षक) पद पर उक्त विद्यालय में कार्यरत थे. वे मृदुभाषी और समाजसेवी शिक्षक थे. यह शिक्षक के साथ-साथ संघ के एक सच्चे सिपाही थे, जिन्होंने संघ के तमाम आंदोलन में शामिल हुए. निश्चित तौर पर उनकी कमी की भर पाई नहीं की जा सकती. उनकी कमी हम सबको हमेशा हमेशा खलेगी.
मृतक के पुत्र सत्येंद्र कुमार ने बताया कि बीते 14 नवंबर की रात लगभग 8:00 बजे रात्री में अचानक तबीयत बिगड़ गई थी. स्थिति को बिगड़ता देख इलाज के लिए रांची रिम्स ले गया था. जहां 15 नवम्बर को सुबह लगभग 7:30 बजे डॉक्टर के द्वारा उन्हें मृत घोषित कर किया गया था. मृतक अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र एवं दो पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ चल बसे. उनके पुत्र ने 26 नवंबर को 12 वां कार्यक्रम में सभी पारा शिक्षकों से शामिल होने की अपील की है. मौके पर मुख्य रूप से प्रखंड अध्यक्ष शमशेर आलम, अम्बाजीत संकुल अध्यक्ष रंजीत प्रसाद सिंहा, बादम संकुल अध्यक्ष नरेश यादव, तलसवार कर्पूरी ठाकुर, शिक्षक देव प्रकाश, लालदेव गोप, जलाल सागीर, रूपमणी देवी बसन्ती देवी, आफाक अहमद, मो. मोखतार अंसारी, अजय कुमार दास, राजेंद्र गोस्वामी, धानेश्वर करमाली, गणेश महतो, रूपन खालखो, गणेश रविदास सहीत दर्जनों शिक्षक उपस्थित थे.