HAJIPUR : बिहार में हाईकोर्ट द्वारा पिछले दस साल में हुए सभी पकड़ौआ विवाह को अवैध घोषित कर दिया गया है। लेकिन, समाज में गहरे तक जम चुके इस रिवाज का प्रभाव कम नहीं हो रहा है। जिसमें ताजा मामला वैशाली जिले से सामने आया है। जहां बीपीएससी से चयनित शिक्षक को पकड़ौआ विवाह का शिकार होना पड़ा है। पुलिस के अनुसार पातेपुर थाना क्षेत्र के रेपुरा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पढ़ा रहे बीपीएससी से चयनित शिक्षक को कुछ लोगों ने अगवा कर शादी करा दी। शिक्षक का नाम गौतम कुमार बताया गया है।
स्कूल से उठा ले गए थे शिक्षक को
गौतम कुमार ने हाल ही में स्कूल में योगदान दिया था. बताया जाता है कि बुधवार की शाम बोलेरो सवार कुछ लोग स्कूल पहुंचे और शिक्षक का अपहरण कर लिया. इसकी सूचना पुलिस को दी गयी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया और उसकी निशानदेही पर पूरी रात छापेमारी करती रही। इस घटना से आक्रोशित लोगों ने बुधवार की देर रात लगभग एक घंटे तक महुआ-ताजपुर मार्ग को जाम रखा. गुरुवार की सुबह तक जब शिक्षक का कुछ पता नहीं चला, तो ग्रामीण उग्र हो गये और शिवना चौक के पास सड़क को आठ घंटे तक जाम रखा. इस बीच गुरुवार की दोपहर परिजनों को सूचना मिली कि रेपुरा गांव में शिक्षक का पकड़ुआ विवाह करा दिया गया है।
इसके बाद पुलिस एक घंटे के अंदर अपहृत शिक्षक और लड़की को बरामद कर थाने पर ले आयी। शिक्षक के परिजनों का आरोप है कि पातेपुर थाना के रेपुरा गांव निवासी राजेश राय ने गौतम का अपहरण करने के बाद पिस्टल दिखा कर अपनी बेटी चांदनी कुमारी से पकड़ुआ विवाह करा दिया है।
शादी से मना करने पर शिक्षक से मारपीट भी की गयी. इस मामले में स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक ने भी थाने में ड्यूटी के दौरान शिक्षक का अपहरण करने के आरोप में शिकायत दर्ज करायी है। इस संबंध में अपर थानाध्यक्ष हसन सरदार ने बताया कि कथित तौर पर अपहृत शिक्षक को बरामद कर लिया गया है। परिजनों के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. अपहृत शिक्षक का कोर्ट में बयान दर्ज कराया जायेगा