उप मुखिया सुनील कुमार ने दिया बीडीओ को आवेदन
संजय सागर
बड़कागांव : बड़कागांव प्रखंड के हरली पंचायत में मनरेगा योजना से चल रहे कूप निर्माण कार्य को अभी नियमों को ताक पर रखकर जेसीबी के माध्यम से खुदाई करने का मामला प्रकाश में आया है. इस इस संबंध में हरली पंचायत के उप मुखिया सुनील कुमार ने बड़कागांव प्रखंड विकास पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर कहा है कि हरली पंचायत मैं कल 1800 जॉब कार्डधारी मजदूर की संख्या है. बावजूद इसके मनरेगा के तहत कूप निर्माण होने वाले कार्य को जेसीबी के माध्यम से किया जा रहा है. इसके साथ-साथ उप मुखिया ने पंचायत सचिव एवं पंचायत प्रतिनिधि पर आरोप लगाते हुए कहा है कि योजना मद में बादम पंचायत एवं अन्य पंचायत के नाम से फर्जी निकासी पंचायत सचिव के मिली भगत से हो रही है.
क्या कहना है मुखिया का
मुखिया कविता देवी एवं मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि जिस स्थान में जेसीबी मशीन चलाया गया है. वह मनरेगा योजना का नहीं है. शायद कोई व्यक्ति अपने निजी कुआं के लिए जेसीबी मशीन चलाया होगा और इसकी बारे में मुझे जानकारी नहीं है.
उप मुखिया ने सभी फर्जीवाडे कार्यों का लिस्ट देते हुए बताया है की ग्राम हरली में धनेश्वर महतो के जमीन पर कूप निर्माण वर्क कोड संख्या 7080902766266 में पेमेंट की मास्टर रोल संख्या 10769 मजदूर 01 मास्टर रोल संख्या 11638 मजदूर की संख्या 10 बादाम के मजदूर में पेमेंट हुआ है। हरली के नागे महतो के जमीन पर कूप निर्माण वर्क कोड संख्या 7080 902766216 मास्टर रोल संख्या 10768 मजदूर 01 मास्टर रोल संख्या 11642 मजदूर संख्या 10 के पेमेंट हुआ है, हरली के अंजू देवी के जमीन पर खूब निर्माण वर्क कोड संख्या 7080902766207 मास्टर रोल संख्या 10767 मजदूर वन मास्टर रोल 113 39 दूर संख्या 10 में पेमेंट हुआ है। हरली के लखन साव के जमीन पर कूप निर्माण वर्क कोड संख्या 7080902766249 मास्टर रोल संख्या 10692 11341 में 11 मजदूर का पेमेंट हुआ है। हरली में उर्मिला देवी के जमीन पर कूप निर्माण वर्क कोड संख्या 708090276626 मास्टर रोल 1069, 11343 में 8 मजदूर का पेमेंट हुआ है। एवं हरली के ही नरेश साव के जमीन में कूप निर्माण वर्क कोड संख्या 708090 2766 225 मास्टर रोल संख्या 10690 10340 में 11 मजदूर का पेमेंट हुआ है उक्त सभी योजना के संबंध में कहना है कि हरली पंचायत के मजदूरों से काम नहीं करके पंचायत सचिव द्वारा दलाल के माध्यम से फर्जी निकासी निजी स्वार्थ के लिए किया जा रहे हैं. और जेसीबी मशीन से कूप की खुदाई किया गया है. और तो और उपरोक्त सभी योजनाओं का डिमांड भी लगा हुआ है. आगे उन्होंने सभी योजनाओं को डोर टू डोर निरीक्षण करते हुए मनरेगा अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.