चाकुलिया में जंगली हाथियों के उत्पात से औद्योगिक विकास हो रहा प्रभावित

सिंहभूम चैम्बर ने डीसी को पत्र लिखकर आवश्यक कदम उठाने का किया आग्रह

जमशेदपुर : घाटशिला अनुमंडल अंतर्गत चाकुलिया प्रखंड में आए दिन हाथियों के उत्पाद मचाए से उद्यमी चिंतित हैं। साथ ही औद्योगिक विकास भी प्रभावित हो रहा है। जिसे देखते हुए स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री से सकारात्मक पहल करने की अपील भी की है। जिसको लेकर सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स ने इस संबंध में एक पत्र लिखकर उपायुक्त से उचित कदम उठाने का आग्रह भी किया है। वहीं उपायुक्त को भेजे गए पत्र में चैंबर अध्यक्ष ने कहा है कि चाकुलिया में पिछले कई वर्षों से काफी संख्या में उद्योग के साथ साथ कल-कारखाने अवस्थित हैं। इस दौरान हाथी भोजन-पानी की तलाश में भटककर इन औद्योगिक प्रतिष्ठानों की चाहरदीवारी को तोड़कर अंदर प्रवेश कर मशीनों व सामानों को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे यहां काम कर रहे मजदूर भी डरे हुए हैं। और तो और अपने जानमाल की सुरक्षा की चिन्ता भी उन्हें लगी रहती है। जिसके कारण वे विलंब से औद्योगिक प्रतिष्ठानों में पहुंचते हैं और समय से पहले ही वापस लौट जाते हैं। जिससे उनके और औद्योगिक प्रतिष्ठानों का काम भी प्रभावित हो रहा है। जिसके कारण औद्योगिक उत्पादन भी गिर रहा है और उद्यमियों को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। वहीं उपाध्यक्ष उद्योग पुनीत कांवटिया ने कहा कि यह एक ग्रामीण क्षेत्र है और जहां पुराने उद्यमियों द्वारा वर्षों पहले उद्योग स्थापित किया गया था। अगर हाथियों का उत्पात निरंतर जारी रहा तो उद्योग बंद होने के कगार पर पहुंच जाएगा। जिससे यहां का विकास भी रूक जाएगा। बेरोजगारी बढ़ेगी और राज्य सरकार के राजस्व को नुकसान भी होगा। जबकि महासचिव मानव केडिया ने बताया कि चाकुलिया क्षेत्र एलिफेंट जोन में नहीं आता है। मगर हाथियों के यहां आकर उत्पात मचाने के कारण विद्युत सप्लाई घंटों बंद कर दी जाती है। जिसके कारण कारखानों का काम ठप पड़ जाता है और मजदूरों को छुट्टी भी देनी पड़ती है। इससे उत्पादन में लगातार गिरावट भी हो रही है। वहीं सिंहभूम चैम्बर ने उपायुक्त से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द हाथियों के क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकने के लिये स्थाई व्यवस्था की जाय। वहीं उपायुक्त को भेजे गए पत्र में उपाध्यक्ष अनिल मोदी, अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, सचिव भरत मकानी, अधिवक्ता अंशुल रिंगसिया, सुरेश शर्मा लिपु और कोषाध्यक्ष सीए अनिल रिंगसिया ने हस्ताक्षर भी किया है।

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