रांची: राज्य में 16 फरवरी से शुरू होने जा रहे मैट्रिक और इंटर परीक्षा के पैटर्न में बदलाव कर दिया गया है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जेएसी) की बोर्ड बैठक में यह फैसला लिया गया है। इस बदलाव के मुताबिक, अब बोर्ड की परीक्षाओं में ओएमआर शीट को शामिल नहीं किया जाएगा। अब केवल पेन-पेपर बेस्ड बोर्ड की परीक्षा होगी। साल 2024 में होने जा रही बोर्ड की परीक्षा में 50 अंक की लिखित परीक्षा, 30 अंक कर ऑब्जेक्टिव परीक्षा और 20 अंक का प्रैक्टिकल लिया जाएगा।
बोर्ड बैठक के बाद लिए गए निर्णय में बताया गया है कि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को एक ही प्रश्नपत्र मिलेगा, जिसमें ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव सवाल होंगे। परीक्षार्थियों को दोनों ही सवालों के जवाब एक ही उत्तर पुस्तिका में देनी होगी। ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव सवालों के अंक में भी बदलाव हुआ है। ये बदलाव साल 2024 से ही लागू हो जाएगा। इसके अलावा साल 2025 से थोड़े और बदलाव देखने को मिलेंगे। इसके तहत 2025 से ऑब्जेक्टिव सवाल 20 फीसदी, सब्जेक्टिव 60 फीसदी और पैक्ट्रिकल और इंटरनल असेसमेंट 20 फीसदी रहेगा
मैट्रिक और इंटर की परीक्षा 6 फरवरी से ली जाएगी। परीक्षा दो पालियों में होगी। छह फरवरी से शुरू होकर परीक्षा 26 फरवरी तक चलेगी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पहली पाली में मैट्रिक की परीक्षा और दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की परीक्षा ली जाएगी। परीक्षा ओएमआर और उत्तर पुस्तिका दोनों में ली जाएगी, जिन विषयों में प्रैक्टिकल परीक्षा नहीं होती है उसमें 20 अंकों का इंटरनल असेसमेंट होगा। मैट्रिक और इंटर दोनों परीक्षाओं का रिजल्ट 15 जून तक जारी किया जा सकता है।