Md Mumtaz
खलारी: खलारी सिमेन्ट फैक्ट्री में कोयले के कारोबार से रैयत एवं स्थानीय लोगों को रोजगार दिलाने का पहल करने के लिए रैयत विस्थापित मोर्चा एवं यूनियन के नेताओं तथा प्रेस के प्रतिनिधियों को डॉ. अंबेडकर विचार मंच सहृदय धन्यवाद देता है। उक्त बात डॉ. अंबेडकर विचार मंच के संरक्षक रवीन्द्रनाथ चौधरी ने गुरूवार को प्रेस बयान जारी कर कही। उन्होने अपील करते हुए कहा कि जिनके अभिभावकों से जबरदस्ती वीआरएस दिलाया गया, जिनकी तीन पीढ़ियों ने एसीसी में सेवा दिए और जिनका तीन पीढ़ियों सफाई का काम यानी स्वीपर के रूप में काम किया उनके आश्रितों का आर्थिक व सामाजिक विकास हो इस पर ईमानदारी से पहल किया जाए। वहीं कहा कि बंद फैक्ट्री के समय बाबू देवेंद्र सिंह ने अपना डंपर बेचकर मजदूरों को राशन दिलाए थे साथ ही उनके सहयोगी मैं स्वयं प्रताप सिंह के साथ था। उनके वंशज एवं सहयोगी का सम्मान किया जाए। उन्होने कहा कि एसीसी सेवानिवृत कर्मचारी समिति कोऑपरेटिव बनाकर कोयले का कारोबार में सीधी भागीदारी दी जाए। जिनका इस फैक्ट्री से कोई संबंध नहीं है वह तन पर अपना एवं नेता का दाम तय कर रहे हैं। यह राजनीतिक अपराध है। रुंगटा कंपनी एवं ट्रांसपोर्टर का नैतिक कर्तव्य है कि यहां के रैयत सेवानिवृत कर्मचारियों के आश्रितों तथा जिनकी तीन पीढ़ी खलारी में राजनीतिक व सामाजिक सेवा दी है उनसे सामाजिक सरोकार रखें। साथ ही बाहरी दलाल एवं राजनीति को टन प्रति पैसा बंदोबस्त करने वाले अवसरवादी नेताओं से दूर रहें। वहीं सीमेंट फैक्ट्री में पुनः सीमेंट भी उत्पादन करें। इसके लिए स्थानीय मजदूर प्रतिनिधि, रैयत विस्थापित मोर्चा, पंचायत प्रतिनिधि, विधायक, सांसद, झारखंड सरकार एवं मीडिया पहल करें।