टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क में मना 34 वां स्थापना दिवस, केक कटिंग भी हुआ 

जमशेदपुर : टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क जमशेदपुर और जो केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण वर्गीकरण के अनुसार मध्यम श्रेणी का चिड़ियाघर है, ने मंगलवार अपना 34 वां स्थापना दिवस मनाया। बताते चलें कि चिड़ियाघर की आधारशिला 16 जनवरी 1990 को रखी गई थी और जिसका उद्घाटन 3 मार्च 1994 को किया गया था। वहीं चिड़ियाघर की स्थापना शुरू में टाटा स्टील लिमिटेड के श्रमिकों को कुछ मनोरंजन और फुर्सत के क्षणों का आनंद लेने के उद्देश्य से की गई थी और जो 8 घंटे काम में व्यस्त रहते हैं। जबकि वर्तमान परिदृश्य में चिड़ियाघर का महत्व बढ़ गया है। जिसके तहत चिड़ियाघर एक केंद्र बन गया है और जो वन्यजीव संरक्षण, प्रदूषण, पर्यावरणीय मुद्दों और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर जमशेदपुर के लोगों को शिक्षा और जागरूकता प्रदान करता है। वहीं चिड़ियाघर नए मास्टर प्लान को लागू करने के चरण में है और जो नए पशुओं के लिए बाड़ों, पशु चिकित्सा अस्पताल के निर्माण और आगंतुकों को आकर्षित करने समेत चिड़ियाघर के व्यापक उन्नयन पर केंद्रित है। जिसका उद्घाटन टाटा स्टील यूआईएसएल द्वारा संचालित साउथ पार्क स्कूल, राजेंद्र बालिका मध्य विद्यालय परसुडीह, जो एक सरकारी स्कूल है, एक स्थानीय गैर सरकारी संगठन अन्वेषा और तारापुर स्कूल, जमशेदपुर के 350 बच्चों और छात्रों की उपस्थिति के बीच किया गया। इस अवसर पर केक कटिंग समारोह भी आयोजित किया गया। इस दौरान बच्चों एवं छात्रों को केक काटने के लिए आमंत्रित किया गया। जिसका चिड़ियाघर के प्रबंधन द्वारा समर्थन किया गया। समारोह में जेसीएपीसीपीएल के अधिकारी भी उपस्थित रहे। साथ ही यह चिड़ियाघर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।समारोह के बाद पशु कल्याण पर 15 दिवसीय शिक्षा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जिसमें वन्यजीव व संरक्षण, स्पर्श करें व सीखें, कीपर टॉक आदि पर व्याख्यान की श्रृंखला शामिल है। चिड़ियाघर के कर्मचारियों को जानवरों और चिड़ियाघर दोनों के प्रबंधन में उनकी भूमिका के लिए उपहार वाउचर सौंपकर उनके योगदान के लिए उनकी सराहना और सम्मानित भी किया गया।

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