बोकारो : बोकारो के सेक्टर 5 स्थित पुस्तकालय मैदान में किसान मेला सह उद्यान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जहाँ जिलों से आए किसानों ने अपने खेतों की उगाई हुई फसलों को लेकर इस प्रदर्शनी मे लगाया जहाँ कुछ किसानों को अच्छी फसल उगाने के लिए जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। इस मेले मे किसानों के लिए विभाग द्वारा खाने के लिए खिचड़ी की भी व्यवस्था की गयी थी पर व्यवस्था ऐसी थी की जो किसान दिन रात मेहनत करके धरती का सीना चीरकर अपनी मेहनत से सभी लोगो का पेट भरने का काम करते है वही किसान इस प्रदर्शनी में आए लेकिन वह भूखे ही रह गये। जिलों से आए हुए किसानों को इस मेले मे सही ढंग से खाना नसीब नहीं हुआ कुछ किसान खाना खाने के लिए इधर से उधर प्लेट लेकर घूमते रहे बाद मे उन्हें कहा गया की खाना अभी खत्म हो गया है फिर से बनने वाला है तब आप लोगो को मिलेगा। हद तो तब हो गई जब इतने बडे स्तर पर किसानों को जागरूक और सम्मान देने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में भोजन करने लिए ना बेंच कुर्सी और ना दरी तक की ब्यवस्था की गई थी आलम यह था की पुरूष, महिला ,बच्चें सहित सभी लोग जहां तहां जमीन पर बैठकर खाने को मजबूर थे क्योंकी जिला के विभिन्न प्रखण्डो से आए हुए और उपर से दोपहर की भूख, उसपर भी आधा अधुरा खाना मिलना किसानों को मायूस कर बैठा। आए हुए एक दो किसानों को प्लेट में चोखा लेकर खडा देखा गया तो किसान ने बताया की खाना खत्म हो गया है। कहा जाए तो किसानों के सम्मान और जागरूक करने के लिए कृषि विभाग द्वारा यह आयोजित कार्यक्रम में किसानों को यह किस तरह का सम्मान दिया गया यह सोचनी विषय है। की जो किसान देश के अभिन्न अंग है उनकी उपजाई फसल से लोगो का पेट भरता हो ,जिनका पुरा जीवन ही खेती से शुरू और खेती पर ही समाप्त हो जाता है। ऐसा कभी नही देखा गया जिला में किसी भी विभाग द्वारा या फिर सरकार की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में लोगो को किसी तरह की परेशानी ना हो इसका विशेष ख्याल और ध्यान रखा जाता है पर इस कार्यक्रम में ऐसा कुछ भी नही देखा गया।वहीं इस किसान मेले मे आधी से ज्यादा कुर्सिया भी खाली नजर आयी। कारण चाहे जो भी हो या फिर प्रचार प्रसार सही तरीके से ना किया गया हो।