भव्य राम मंदिर निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले कार सेवकों का सम्मान समारोह

राम मंदिर निर्माण के बाद क्या विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित

बोकारो : स्वदेशी जागरण मंच, बोकारो द्वारा भव्य दिव्य राम मंदिर निर्माण मे अहम भूमिका निभाने वाले कार सेवकों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। साथ ही ‘राम मंदिर के बाद क्या’ विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिले के कई ऐसे कार सेवक थे, जिसे पहली बार जब समान दिया जा रहा था, तो वह प्रमाण पत्र लेने से वंचित रह गए थे। वैसे कार सेवकों को इस कार्यक्रम के माध्यम से समय सूचक स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। सर्वप्रथम आगत कार सेवकों का स्वागत गिरीश सिंह ने विजय मंत्र श्री राम जय राम जय जय राम से किया। इसके उपरांत कई वरिष्ठ कार सेवको ने 1990 की घटना को उपस्थित लोगों के साथ साझा किया। कार सेवकों का कहना है कि हमारे लिए यह सबसे बड़ी गौरव की बात है कि हमने अपने जीवन काल में ही मंदिर निर्माण देख लिया ,इससे बड़ा सम्मान और क्या हो सकता है। वक्ताओ ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के पूर्व एक आंदोलन चल रही थी, “तीर्थ का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान” के साथ राम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे के नारों से हिंदू समाज को जागृत व संगठित कर आज इस पुनीत कार्य के साक्षी बन रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन शशांक शेखर ने किया। वही विषय प्रवेश शशि भूषण विश्वकर्मा ने किया। स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय मेला प्रमुख सचिंद्र कुमार बरियार ने कार सेवकों को स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। श्री बरियार ने कहा कि हम जिन्हे सामान दे रहे हैं यह स्मृति मात्र है । उन्होंने कहा कि आने वाली हमारी पीढ़ियां इस सम्मान को देख अपनी सामाजिक व सांस्कृतिक एकता के लिए प्रेरणा का काम करेंगे। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए शशि भूषण विश्वकर्मा ने राम मंदिर निर्माण के बाद क्या विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मंदिर निर्माण के उपरांत कार्यकर्ताओं का दायित्व और भी बढ़ गया है। वे समाज के सबसे अछूते और निचले दर्जे के पास पहुंचे और राम जी के चरित्र को जन-जन तक अमल में लाने के लिए प्रयत्नशील रहे। सम्मान पाने वालों में शशि भूषण विश्वकर्मा अध्यक्ष एमएसआरसी ,संतोष कुमार सिंह, गिरीश सिंह, अरुण प्रताप सिंह, लक्ष्मी नारायण सिंह, रामटहल सिंह, चंद्रभूषण शर्मा, पंचानंद महतो ,त्रिलोचन, हरेंद्र नाथ महतो, स्वदेश बंधू सिंह, गणेश, रतन लाल महतो, लक्ष्मण सिंह, प्रेमचंद महतो, मानसून कुमार प्रजापति, राजेंद्र विश्वकर्मा, राजकुमार सिंह, जय नंदन तिवारी, मनोज पाठक, फूलचंद महतो, बंकिम चंद्र महतो, शैलेश कुमार वर्मा, विक्रम कुमार महतो, मिथिलेश कुमार वर्मा, शोभा देवी व राजकुमारी देवी आदि कर सेवक शामिल हैं।

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