संवाददाता: बच्चों के जन्म लेते ही हर माता पिता को एक उम्मीद होता है कि उसका बच्चा अपने समाज या रिश्तेदारी के बच्चों से हर चीज में अव्वल आए। और इसी अव्वल दिखाने के चक्कर में हर माता पिता अपने बच्चों को बड़े स्कूल में दाखिला करवा देते है। साथ ही दो चार ट्यूशन, डांस क्लास, गिटार, म्यूजिक, कंप्यूटर क्लास आदि देकर पूरा दिन व्यस्त रखते हैं और हर बच्चे से यही उम्मीद की जाती है कि वो पढ़ाई में अच्छा परफॉर्म करे क्योंकि सोसायटी में बच्चों की पढ़ाई को लेकर काफी ज्यादा जोर दिया जाता है। पैरेंट्स भी अपने बच्चे पर पढ़ाई में अव्वल आने को लेकर काफी ज्यादा प्रेशर डालते हैं और यही चाहते हैं कि उनका बच्चा अपनी जिंदगी में तरक्की करे। इस पूरे चक्कर में बच्चे के ऊपर मानसिक दबाव पड़ने लगता है जिस पर शायद ही कभी किसी का ध्यान जाता है। हाल ही में एक 10 वर्षीय छात्र की हार्ट अटैक से मृत्यु होने पर डॉक्टरों ने निम्नलिखित कारण बताएं हैं।
1. बच्चों को सुबह जल्दी उठा देना
2. बिना कुछ खिलाये स्कूल भेजना
3. बच्चों का स्कूल बैग हद से ज्यादा भारी होना
4. लंच बॉक्स में पूरी परांठे ले जाना
5. स्कूल में ठंडा लंच करना
6. स्कूल होमवर्क पूरा करने का प्रेसर होना
7. स्कूल से आते ही नहलाना और जबरदस्ती खाना खिलाना
8. खाने के बाद बिना आराम किये होमवर्क पूरा करना
9. शाम को खेलने के समय ट्यूशन भेजना
10. रात में देर तक जागना