गैंगेस्टर की रंगदारी की डर से खालसा होटल के पूर्व मालिक शेरा सिंह के धनबाद छोड़ने पर जताई चिंता
धनबाद: धनबाद के बैंकमोड़ स्थित बड़ा गुरुद्वारा में जेठ माह के पहले दिन संक्रांति के अवसर पर जहां गुरुद्वारा में विशेष अरदास और लंगर का आयोजन किया गया.
वहीं इस विशेष प्रार्थना सभा में इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह भी शामिल हुई उन्होंने न सिर्फ मत्था टेक कर गुरु ग्रंथ साहब से आशीर्वाद मांगा वहीं बड़ा गुरुद्वारा के रसोई में जाकर अपने हाथों से रसोई भी तैयार करने में हाथ बंटाया.
साथ ही लंगर छकने के दौरान श्रद्धालुओं के बीच अपने हाथ से भोजन प्रसाद को भी वितरित किया.इस दौरान अनुपमा ने कहा कि आज गुरूद्वारा के इस दरबार में पहुंचकर जो आशीर्वाद हमें मिला है उसकी कल्पना नहीं कर सकती हूं …आगे भी ऐसा ही प्यार और आशीर्वाद हमें मिलेगा.पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में अनुपमा ने गैंगेस्टर की रंगदारी और धमकी के भय से हाल ही में जीटी रोड स्थित खालसा होटल के पूर्व मालिक शेरा सिंह के धनबाद छोड़ने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह धनबाद के लिए दुर्भाग्य की बात है और चिंतनीय विषय है.
ऐसा आगे नहीं हो इसके लिए हम सबको मिलकर ठोस कदम उठाना पड़ेगा,
ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई 40 साल से व्यवसाय करने वाला व्यापारी धनबाद छोड़ने पर मजबूर हुआ है.. अनुपमा ने कहा कि हमें यहां से आशीर्वाद और प्यार के सिवा और कुछ नहीं चाहिए ,…इधर कांग्रेस नेता और सिख समाज से आने वाले सतपाल सिंह ब्रोका ने कहा कि अनुपमा सिंह ने गुरु साहब के दरबार में आकर मत्था टेका और आशीर्वाद पाया .. अनुपमा के ससुर दिवंगत राजेंद्र प्रसाद सिंह , कोयलांचल क्षेत्र के बड़े कोयला मजदूर नेता थे
और जेबीसीसीआई माध्यम से हमेशा मजदूरों की लड़ाई लड़ते रहें.आज उसी मजदूर की लड़ाई का ही परिणाम है कि मजदूरों की सैलरी दसवां वेज बोर्ड तक आते-आते लाख रुपया से पार कर गया…इस क्षेत्र के कोयला मजदूर स्वर्गीय राजेंद्र बाबू को कभी नहीं भूल पाएंगे ..इधर कार्यक्रम के समाप्ति के साथ ही सिख समाज के लोगों ने अनुपमा के साथ खूब तस्वीर भी खिंचवाई खूब ढ़ेर सारा प्यार आशीर्वाद दिया और अनुपमा ने भी कहा कि यह मेरे लिए सबसे बड़ा सौभाग्य है.