जेपीएलई केस में फैसला आने के बाद टाटा स्टील ने रामजनम नगर से हटाया अतिक्रमण, तीन घरों को जेसीबी से तोड़ा

जमशेदपुर : कदमा थाना अंतर्गत रामजनम नगर काली मंदिर रोड स्थित शौचालय के पास से टाटा स्टील एंक्रोचमेंट विभाग ने शनिवार की दोपहर 10500 स्क्वायर फीट से अतिक्रमण हटाया। जिसके तहत तीन घरों को दो जेसीबी की मदद से जमींदोज कर दिया गया। इस दौरान बस्ती वासियों की भारी भीड़ लग गई थी। मौके पर टाटा स्टील लैंड विभाग के सीनियर मैनेजर सुनील कुमार, टाटा स्टील सिक्योरिटी से अशोक दुबे, एसडीओ कोर्ट से नियुक्त दंडाधिकारी अशोक उरांव व अजीत कुमार, अमीन मनोज कुमार और जमशेदपुर अंचल कार्यालय से राजस्व उप-निरीक्षक शंकर राम समेत क्यूआरटी एवं भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे। मामले में बताया जा रहा है कि स्थानीय बबली दास, निधि कुमारी, राकेश कुमार शर्मा और मीना मिश्रा के द्वारा टाटा स्टील के बहुत बड़े भूखंड पर अवैध रूप से कब्जा कर मकान का निर्माण करवा दिया गया था। जिसके बाद तहसीलदार की रिपोर्ट पर टाटा स्टील ने अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध अंचल कार्यालय में 2022-23 में जेपीएलई केस किया था। जिसके बाद अपने पक्ष में फैसला आने पर शनिवार को टाटा स्टील ने अनुमंडल कार्यालय धालभूम की अनुमति से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। जिसके तहत 10500 स्क्वायर फीट में बने अतिक्रमणकारी बबली दास और निधि कुमारी के तीन घरों को दो जेसीबी की मदद से तोड़ दिया गया। जिसमें किराएदार जुली देवी और सुनीता महतो अपने परिवार के साथ रह रहे थे। जिनके सामानों को बाहर निकालकर घर तोड़ दिया गया। इसी बीच सूचना पाकर भाजपा नेता तारक मुखर्जी समेत अन्य ने मौके पर पहुंचकर इसका विरोध करना शुरू कर दिया। जबकि सांसद प्रतिनिधि चितरंजन वर्मा भी जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे। उनका कहना था कि बिना कोई नोटिस दिए ही टाटा स्टील द्वारा घरों को तोड़ा गया है। वहीं तोड़ने से पहले तीन माह का नोटिस दिया जाता है। यहां वर्षों से घर बने हुए हैं और आज इसे जोर जबरदस्ती से तोड़ दिया गया। इस संबंध में टाटा स्टील लैंड विभाग के सीनियर मैनेजर सुनील कुमार ने कहा कि सभी को नोटिस दिया गया था। साथ ही घर खाली करने की बात भी कही गई थी। बावजूद इसके इन्होंने खाली नहीं किया। जिसके बाद अनुमंडल कार्यालय के आदेश पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। इस दौरान तीन घरों को तोड़ा गया है। वहीं 8500 स्क्वायर फीट पर बने राकेश कुमार शर्मा और मीना मिश्रा के घरों के अलावा अन्य को भी आगे तोड़ा जाएगा। फिलहाल विरोध होने पर अभी नहीं तोड़ा गया है।

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