अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की अंग सैन्य मातृसक्ति ने मनाया शौर्य दिवस
जमशेदपुर : “वह समय भी आएगा, जब हर लडकी में झांसी की रानी जीवित होगी। हर लड़की लक्ष्मीबाई होगी।” उक्त बातें बीडीएसएल की विभागाध्यक्ष डॉ पुष्कर बाला एवं मल्टीमीडिया पत्रकार अंतरा बोस ने कही। सिदगोड़ा स्थित सभागार में सैन्य मातृसक्ति द्वारा आयोजित ‘शौर्य दिवस सह मातृसक्ति सम्मान समारोह’ में वे बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। यह आयोजन वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की पुण्य तिथि के उपलक्ष्य में शहर की मातृशक्ति और तरुणाई को बीच प्रखर जागरण के लिए किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि, सम्मानित सदस्य एवं परिषद के प्रदेश प्रतिनिधि राजेश पांडे एवं सिद्धनाथ द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्कजवलित कर किया गया। वहीं लौहनगरी के सभी देशभक्त हिंदुस्तान मित्र मंडल सभागार में एकत्रित हो 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजी हुकूमत के चूल्हे हिला देने वाली महान वीरांगना नारी शक्ति की प्रतीक महारानी लक्ष्मीबाई को नमन किया। इस दौरान शॉल, पुष्पगुच्छ व मोमेंटो देकर मुख्य अतिथियों का स्वागत भी किया गया। साथ ही गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। जिसके बाद एक-एक कर विशिष्ट अतिथियों एवं मुख्य अतिथियों ने सभा को संबोधित भी किया। इस अवसर पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत मनमोहक नृत्य एवं काव्य रचनाओं ने समा बांध दिया। मौके पर मौजूद वीर नारियों को अतिथियों द्वारा पुष्पगुछ भेंटकर सम्मानित भी किया गया। 93.5 रेड रेड एफएम से रेडियो जॉकी स्मिता ने कहा कि महिलाओ व लड़कियों को लक्ष्मीबाई के आदर्शों को आत्मसात करने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने अपने हक अधिकारों के लिए अंतिम सांस तक लड़ते रहने की प्रेरणा भी दी। इसी तरह सोनारी आर्मी कैंप के कर्नल मानस की पत्नी डॉ मेघा बंसल व पदमाशक्ति फाउंडेशन की संस्थापक पदमा कुमारी ने भी महिलाओं के लिए विशेषकर कानूनी जागरूकता जैसे आयोजनों पर बल दिया। उन्होंने महिलाओं को पढ़ाई व ज्ञानवर्धन के लिए कुछ समय निकालने तथा अपनी परंपरा का निर्वाह करते हुए परिवार व समाज को साथ लेकर चलने की सलाह भी दी। मौके पर डिफेंस एकेडमी द्वारा शानदार नाट्य भी प्रस्तुत किया गया। जिसमे वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की वीरता को दर्शाया गया। कार्यक्रम में भारत माता की जय एवं वंदे मातरम के नारों से पूरा सभागार गुंजायमान रहा।
इस कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महासचिव मंजुला एवं धन्यवाद ज्ञापन रूबी सिंह द्वारा किया गया। कवित्री सोनी सुगंधा ने अपने काव्य से वीरांगना झांसी की रानी को नमन किया। डॉ त्रिपुरा झा ने सभा को संभावित करते हुए हर एक महिला को सशक्त बनने की शिक्षा दी। अंत में संगठन गीत के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम में
डॉ पुष्कर बाला, आर जे स्मिता कुमारी, अंतरा बोस, डॉ मेघा बंसल मानस, कवियत्री सोनी सुगंधा, डॉ त्रिपुरा झा और पदमा कुमारी को सम्मानित भी किया गया। मौके पर दुर्गा वाहिनी से पूनम रेड्डी एंड टीम, सैन्य मातृशक्ति से मंजुला, पूनम, भावना, सविंदर कौर, रूबी सिंह, कंचन, विनीता, सीमा सिंह, शालिनी सिंह, नीता शर्मा, अनुपमा सिंह, जूली सिंह, संगीता, वीणा, नेहा वर्मा, अंजू सिंह, मुस्कान वर्मा, उर्मिला सिंह, सुनीता सिंह, प्रतिमा शर्मा, शर्मीला, सुनीता, शकुंतला, रीता मिश्रा, परिषद से सिद्धनाथ सिंह, राजेश पाण्डेय, विनय कुमार, जितेंद्र कुमार, अवधेश कुमार, उमेश शर्मा, राजीव सिंह, कुंदन कुमार, केएम सिंह, प्रवीण पाण्डेय समेत अन्य भी मौजूद थे।