नई दिल्ली: पश्चिमी जिले के एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड की टीम ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़े एक ऐसे गिरोह के तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है जो दिल्ली से बच्चा चोरी कर उप्र, बिहार में बेच दिया करते थे। टीम ने एक ऐसे ही किडनैपिंग के मामले को सुलझाते हुए तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है जहां एक आरोपित दिल्ली से गिरफ्तार किया गया वहीं दूसरा उप्र से और बच्चा खरीदने वाली महिला बिहार के सीतामढ़ी से गिरफ्तार की गई है। बच्चे को भी सकुशल बचा लिया गया है।
पश्चिमी जिले के डीसीपी विचित्र वीर के अनुसार इस मामले को सुलझाकर एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड की टीम ने बहुत ही शानदार काम किया है, उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए किडनैपर का नाम मनीष कुमार गुप्ता, मोहित तिवारी और महिला का नाम शोभा देवी है। उन्होंने बताया कि 13 जून को राजौरी गार्डन में एक शिकायत मिली कि मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने साल भर के बच्चे का अपहरण कर लिया है। बच्चा टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन के पास अपने घर में माता-पिता के साथ सो रहा था। पुलिस ने शिकायत लिख ली।
शिकायत लिखाने वाली महिला पूनम ने बताया कि वह सामान बेचने का काम करती है और 13 जून की रात जब अपने बच्चों के साथ सोई थी, तभी बाइक सवार बदमाशों ने बच्चे को उठाया और फरार हो गए। किडनैपिंग का मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई जांच के दौरान वारदात वाली जगह के आसपास और जिस रास्ते से बाइक सवार बच्चे को लेकर भागा था। उन जगहों पर 100 से ज्यादा सीसीटीवी को चेक किया गया। तब सीसीटीवी में एक काले रंग की स्प्लेंडर मोटरसाइकिल दिखाई और मोटरसाइकिल का नंबर आंशिक तौर पर दिखा। जिसके आधार पर 300 मोटरसाइकिल को शॉर्ट लिस्ट कर उसकी जांच की गई और इस जांच से पुलिस को कुछ सफलता मिली।
मोटरसाइकिल के नंबर के आधार पर नरेला इलाके से आरोपित मनीष गुप्ता को गिरफ्तार किया गया। उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपने साथी मोहित तिवारी जो गोंडा उप्र का रहने वाला है, उसके साथ मिलकर बच्चे का अपहरण किया इसके बाद पुलिस ने गोंडा से दूसरे आरोपित मोहित तिवारी को गिरफ्तार किया।
इसके बाद उसने इस बात का खुलासा किया कि उस बच्चे को सीतामढ़ी बिहार की रहने वाली शोभा को बेच दिया गया। इस जानकारी के सामने आने के बाद एक टीम बिहार के सीतामढ़ी पहुंच गई और वहां से शोभा देवी को गिरफ्तार किया, जिसने पूछताछ के दौरान यह बात कबूल किया कि उसने मनीष गुप्ता से 3 लाख में बच्चे को खरीदा था। इसके बाद तीनों ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया।
साथ ही वारदात में शामिल बाइक भी पुलिस ने बरामद कर लिया और बच्चे को उसके माता-पिता को सौंप दिया। अब पुलिस इन तीनों से पूछताछ कर उनके पूरे गिरोह जो ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़ा हुआ लग रहा है, इसके बारे में पूछताछ कर रही है।