मेदिनीनगर : अपनी लंबित मांगों के समर्थन में राज्य भर के सहायक पुलिस कर्मी आंदोलन पर हैं. वर्दी-ए-इंसाफ-3 के तहत आंदोलन के पहले चरण में पलामू जिले के सहायक पुलिस कर्मियों ने विरोध स्वरूप काला बिल्ला लगाकर काम किया।झारखंड सहायक पुलिस एसोसिएशन शाखा पलामू के जिलाध्यक्ष राज कुमार ने कहा कि सहायक पुलिस कर्मियों की लंबित मांगों को लेकर पिछले चार वर्ष से आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन झारखंड सरकार अब तक सिर्फ आश्वासन ही दे रही है.
आंदोलन के पहले चरण में वर्ष 2020 में 10 से 23 सितंबर तक रांची के माेरहाबादी मैदान में शांतिपूर्वक धरना दिया गया था।उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि मिथिलेश ठाकुर ने मौके पर आकर सभी मांगों को पूरा करना का आश्वासन दिया, लेकिन मांगे आज तक पूरी नहीं हुई उनका दिया हुआ आश्वासन खोखला साबित हुआ।उन्होंने कहा कि दूसरा आंदोलन वर्ष 2021 में किया गया था, जो 38 दिन तक चला था, लेकिन सरकार कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार के ढुलमुल रवैया को देखते हुए 30 जून से वर्दी-ए-इंसाफ-3 के तहत आंदोलन शुरू किया गया है।एक दिन तक काला बिल्ला लगा कर विरोध किया जायेगा।इसके बाद 1 जुलाई को जिले के सहायक पुलिस कर्मी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।वहीं दो जुलाई को रांची के मोरहाबादी मैदान में प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जायेगा।उन्होंने पलामू जिले के सभी सहायक पुलिस कर्मियों से राज्य स्तर पर आंदाेलन में शामिल होने की अपील की है।मौके पर अशोक कुमार, शैलेंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार, अंतेश कुमार, हरेंद्र कुमार सहित अन्य सहायक पुलिस के जवान मौजूद थे।