उलियान निर्मल महतो स्टेडियम से लेकर टाटा कमांड एरिया रंकिनी मंदिर तक हुआ निर्माण
जमशेदपुर : बीते कुछ दिनों से कदमा क्षेत्र के उलियान निर्मल महतो स्टेडियम से लेकर टाटा स्टील कमांड एरिया मेन रोड रंकिनी मंदिर तक पथ निर्माण विभाग द्वारा विधायक निधि से लीडिंग कंस्ट्रक्शन नामक ठेका कंपनी के माध्यम से सड़क चौड़ीकरण का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। वहीं जब तक प्राइवेट एरिया में सड़क का काम चल रहा था, तब तक तो सबकुछ ठीक-ठाक ही रहा। लेकिन जैसे ही ठेका कंपनी द्वारा उलियान मोड़ से कदमा बाजार मेन रोड की सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया। वैसे ही लोगों की नजर बन रहे सड़क पर टिक गई। और तो और सड़क पर चलने वाले राहगीर तो इसे टाटा स्टील यूआईएसएल (पूर्व में जुस्को) द्वारा ही काम कराने की बात भी समझ रहे हैं। वहीं काम की गुणवत्ता को देखकर लोग तरह तरह के सवाल भी उठाने लगे हैं। साथ ही लोगों का कहना है कि जुस्को जब भी सड़क का निर्माण कराती है तो वह ज्यादातर रात्रि को यातायात थमने के बाद ही होती है। इस दौरान सड़क की विशेष रूप से सफाई भी की जाती है। जिसके बाद सड़क को जेसीबी के माध्यम से खुरचा भी जाता है। ताकि निमार्ण के समय सड़क पर अलकतरा और गिट्टी ठीक से जम जाए। जिससे सड़क की गुणवत्ता सालों तक बरकरार भी रहती है। मगर इस बार लोगों को काम करने का तरीका ही समझ नहीं आ रहा है। सड़क बनने के साथ ही गिट्टी भी उखड़ने लगी है। जिसके कारण पूरी सड़क ही खराब हो रही है। इससे लोगों में नाराजगी भी है। सिर्फ यही नहीं, यह सड़क लोगों के बीच चर्चा का विषय भी बना हुआ है। ऐसा इसलिए कि हमेशा से कंपनी कमांड एरिया में जुस्को ही सड़क का निर्माण करते आ रही है। इसके उलट ठेका कंपनी दिन के उजाले में ही बेतहरीब तरीके से सड़क का निर्माण कार्य करवा रही है और जिससे यातायात जाम की स्थिति भी बनी हुई थी। या फिर यूं कहें कि ठेका कंपनी द्वारा जैसे तैसे रंकिनी मंदिर तक सड़क का निर्माण करवा दिया गया। जिसमें ना ही गुणवत्ता का ख्याल रखा गया और ना ही राहगीरों को होने वाली परेशानियों का। बताया जा रहा है कि टाटा स्टील यूआईएसएल द्वारा बनाए गए अच्छे खासे खड़क के ऊपर ही ठेका कंपनी ने विधायक निधि से सड़क का निर्माण करवा दिया। इस संबंध में जुस्को के जीएम आरके सिंह ने कहा कि मैंने सड़क का मुआयना किया है और ठेका कंपनी को गुणवत्तापूर्ण सड़क बनाने की बात भी कही है। वहीं सड़क निर्माण के लिए टाटा स्टील से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दिया गया है। फिर भी हम इस मामले को देखेंगे।