अधीक्षक ने तीसरी बार तीन दिनों का दिया अल्टीमेटम, नहीं तो पेमेंट से कटेगा पैसा
जमशेदपुर : बीते जुलाई माह में एमजीएम अस्पताल से फुरिडा संस्था के अंतर्गत चलने वाले मोक्ष वाहन सरायकेला में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। साथ ही पुलिस ने वाहन को जब्त कर थाने में रखवा दिया था। जिसके बाद क्षतिग्रस्त वाहन को दूसरे वाहन से टोचन कर संस्था द्वारा अस्पताल के पार्किंग में लाकर खड़ा कर दिया गया था। जहां दो माह से वाहन उसी हालात में सड़ रहा है और जिसे देखने वाला कोई नहीं है। कई बार इसकी शिकायत अस्पताल अधीक्षक से भी की गई। मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी तरह अस्पताल का एक सरकारी एंबुलेंस दुर्घटनाग्रस्त होकर रांची स्थित नामकुम थाने के बाहर फेंका हुआ है। या फिर यूं कहें कि अस्पताल की सरकारी संपत्ति थाने के बाहर सड़ रही है और किसी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। यह एंबुलेंस मरीज को एमजीएम से रेफर कर रिम्स ले जाते समय चालक बंटी के हाथों दुर्घटना का शिकार हो गया था। इस मामले में अधीक्षक डॉ रविंद्र कुमार ने कहा कि बुधवार तीसरी बार संस्था को मोक्ष वाहन का मरम्मत करवाने की चेतावनी दी गई है। अगर संस्था द्वारा इसे ठीक नहीं कराया जाता है तो उसका टेंडर रद्द कर उसे हटा दिया जाएगा। साथ ही उसके पेमेंट से इसकी भरपाई भी की जाएगी।