कशमकश के बीच 14 वें दिन शिवपुर के हड़गड़ा रेलवे साइडिंग से रैक लोडिंग हुआ शुरू

 

टंडवा: शिवपुर रेलवे साइडिंग में हक-अधिकार व रोजगार सहित सोलह सूत्री मांगों को लेकर बीते 16 अगस्त से जारी आंदोलन शुक्रवार को चौदहवें दिन पूर्ण विराम लगा। पुलिस के 150 जवानों के तैनाती के बीच भारी कशमकश के साथ शुक्रवार को दो बजे दिन शिवपुर के नेक लाईन हड़गड़ा रेलवे साइडिंग में कोल डिस्पैच और रैक लोडिंग का कार्य आरंभ हो गया। इसके पूर्व झामुमो से जूडे रैयत विस्थापित मोर्चा द्वारा मांगों को लेकर जारी आंदोलन के कारण पिछले तेरह दिनों तक उक्त साइडिंग में कोल डिस्पैच और रैक लोडिंग कार्य पूरी तरह ठप रहा।इसको लेकर सीसीएल प्रबंधन व रैयत विस्थापित मोर्चा के बीच वार्ता भी हुई थी। पर हडगडवा वर्चस्व की आग से झुलसता रहा। बताया गया कि जीएम के साथ वार्ता में सभी शर्तो पर सहमति बनने के बाद रैयत विस्थापित मोर्चा ने आंदोलन पर विराम तो लगाया पर हडगडवा पर वर्चस्व को लेकर आंदोलन चलता रहा। इस मामले में रांची में उच्च लेबल के हस्तक्षेप के बाद मामले पर नेताओं ने समझौता किया पर गांव के कुछ लोग अड़े रहे। लिहाजा इंस्पेक्टर अनिल उरांव अपने दल बल के साथ गुरुवार से ही हडगडवा पर कैंप कर दिये। बताया गया कि शुक्रवार को इंस्पेक्टर ने महिलाओं को रोजगार देने के आश्वासन पर गांव के आंदोलन कारी पीछे हट गये। इधर साइडिंग का नेतृत्व कर रहे खुर्शीद अंसारी और कबरा मुखिया नीलेश ज्ञासेन द्वारा रोजगार देने के आश्वासन पर साइडिंग से कोल डिस्पैच आरंभ हो गया। इधर आम्रपाली पीओ मो अकरम ने भी कहा है कि साइडिंग से कोल डिस्पैच आरंभ हो गया है।बहरहाल इस आंदोलन से 26 रैक कोयला डिस्पैच तो नहीं हो पाया पर इस लडाई का नेतृत्व कर रहे झामुमो नेता मनोज चंद्रा को आगामी विस चुनाव में कितना लाभ मिलेगा यह आने वाला वक्त बतायेगा। फोटो

Related posts

Leave a Comment