डीसी ने डेंगू पर नियंत्रण को लेकर प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य पदाधिकारियों के साथ की बैठक

 

जमशेदपुर : जिले में डेंगू के प्रसार को लेकर जिला प्रशासन सतर्क है। नगर निकायों में लार्वा जांच अभियान हो या साफ-सफाई, फॉगिंग, लापरवाही बरतने वालों से जुर्माना वसूलना सभी एहतियातन कदम उठाये जा रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार डीसी अनन्य मित्तल द्वारा समाहरणालय सभागार में प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य पदाधिकारियों तथा निजी अस्पताल, कंपनी प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर अबतक के कार्रवाई की समीक्षा की गई। बैठक में डीडीसी मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल, वीबीडी पदाधिकारी डॉ ए मित्रा, डीआरसीएचओ डॉ रंजीत पांडा, एपिडेमोलॉजिस्ट डॉ असद, जुस्को तथा निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। जिले में अबतक 60 लोग डेंगू पॉजिटिव पाये गए हैं और जिसमें पूर्वी सिंहभूम जिला के 42 लोग शामिल हैं। डेंगू जांच अभियान को लेकर बताया गया कि 2 लाख 26 हजार 61 घरों में सर्च किया गया। जिसमें 9617 घर इंफेक्टेड पाये गए। वहीं 50 हजार रूपए से ज्यादा का जुर्माना भी वसूला गया। डीसी ने अबतक की कार्रवाई को संतोषजनक बताते हुए सितंबर माह में और भी सतर्क एवं सजग होकर कार्य करने का निर्देश डेंगू टास्क फोर्स को दिया है। साथ ही उन्होंने सभी नगर निकाय, जुस्को एवं डेंगू टास्क फोर्स को जांच में लार्वा मिलने वाले घरों के मालिक के विरूद्ध अनिवार्य रूप से जुर्माना वसूलने के निर्देश भी दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनसहभागिता से ही डेंगू का प्रभावी तरीके से रोकथाम संभव है। इस लड़ाई में इंफॉरेम्शन और कम्यूनिकेशन महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उन्होंने सभी नगर निकाय एवं प्रखंडों में डेंगू को लेकर व्यापक जागरूकता अभियान पर बल भी दिया। नगर निकायों को कचरा उठाने वाले वाहन के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करने तथा माइकिंग कराए जाने का निर्देश भी दिया। साथ ही साफ सफाई समेत अन्य आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिया। वहीं नालियों की नियमित साफ-सफाई कराने, एंटी लार्वा का छिड़काव किए जाने का निर्देश भी दिया गया। डेंगू से पीड़ित मरीजों को अस्पताल पहुंचने पर तुरंत इलाज शुरू किया जा सके, इसके लिए सरकारी व निजी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड की व्यवस्था एवं डेडिकेटेड टीम तैयार रखने का निर्देश भी दिया गया। वर्तमान में 3 डेंगू पीड़ित आईसीयू में भर्ती है और जिनकी हालत स्थिर बताई गई है। जिला तथा प्रखंड के चिकित्सा पदाधिकारियों को डेंगू संभावित घरों की लगातार जांच करने और इससे लोगों के बचाव के सभी उपाय करने को कहा। डीसी द्वारा विशेषकर युवाओं से अपील की गई कि खुद भी जागरूक होते हुए लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करें। हमेशा मच्छरदानी के अंदर सोएं। घर के अंदर या आस-पास पुराने, टायर, बर्तन, फूलदान आदि में पानी जमा न होने दें। तेज बुखार, जोड़ों एवं मांसपेशियों में दर्द के लक्षण को अनदेखा न करें। ऐसा होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र जाएं और चिकित्सक से परामर्श लें।

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