बड़कागांव : दो बच्चों की मां रीना देवी अपने हक और अधिकार पाने के लिए अपने ससुराल से लेकर कोर्ट कचहरी तक दर-दर भटक रही है. रीना देवी के दो पुत्र हैं, जिसका नाम आर्यन कुमार एवं सचिन कुमार है. दोनों की पढ़ाई लिखाई एवं भरण पोषण के लिए वह आर्थिक तंगी की समस्या से जूझ रही है. लेकिन आज तक उसे अधिकार व न्याय नहीं मिल पाया है. रीना देवी केरेडारी थाना के ग्राम पांडेय पूरा कला निवासी तेजू साव की पुत्री है. रीना देवी ने बताया कि उसकी शादी 29 मई 2014 को ग्राम बेंगवारी निवासी विशुन साव के पुत्र रंजीत साव के साथ हुआ था. शादी के दौरान 3 लाख नगद तिलक एवं भरपुर दान दहेज दिया गया था. रीना देवी ने बताया कि शादी के बाद मोटरसाइकिल की मांग करने को लेकर मेरे साथ पति द्वारा मारपीट किया जाने लगा. जब मेरा द्वितीय बच्चा गर्भ में था. उस दौरान मारपीट कर मुझे कुएं में धकेल दिया गया था. ग्रामीणों के सहयोग से मुझे बचाया गया. इस संबंध में गांव में पंचायत हुई थी. पंचायत के निर्णय को मेरे पति द्वारा कुछ दिन माना गया. लेकिन बाद में फिर मारपीट करने लगा था .इस संबंध में न्याय मांगने के लिए केरेडारी थाना में न्याय की गुहार लगाई थी .पुलिस के दिशा निर्देश में पुनः पंचायत हुई थी. पति द्वारा एवं सास ससुर द्वारा पुनः शोषण किया जाने लगा .तब मुझे ससुराल द्वारा 2020 में ससुराल से निकाल दिया गया .इसके बाद में मेंटेनेंस के लिए हजारीबाग न्यायालय में मुकदमा दर्ज की .जिसका कांड संख्या 18721 है. मेंटेनेंस के लिए मैं अपने पति से न्यायालय के माध्यम से ₹5000 की मांग की हूं .लेकिन अभी तक मेंटेनेंस का खर्च नहीं मिल पाया. और ना ही मुझे रहने के लिए घर व जमीन जायदाद मिला. उल्टे में मेरे सास द्वारा डायन के नाम पर मुकदमा दर्ज की गई. इतना ही नहीं मेरे पति द्वारा भी मुझे चोरी का आरोप लगाया गया .सोना चोरी के आरोप में मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज की गई. उन्होंने कहा कि पंचायत करने वाला समाजसेवी गोवर्धन साव ,भाई राजेंद्र कुमार , विनोद कुमार, बहन ललिता कुमारी एवं लखनऊ में रहने वाली बड़ी बहन छकनी देवी सहित मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज कर दिया गया. इसलिए मैं न्याय पाने के लिए न्यायालय के शरण में हूं . इस संबंध में दूसरे पक्ष अर्थात उसके पति रंजीत साव का पक्ष लेना चाहा लेकिन कोई संपर्क नंबर उनका नहीं मिल पाया.