मेदिनीनगर: पलामू हुसैनाबाद अनुमंडल कार्यालय के गेट के समीप नगर पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत पानी निकासी के लिए सड़क के किनारे खोदे गए गड्ढ़े से क्षेत्र में गंभीर हादसे की आशंका बनी हुई है। नगर पंचायत प्रशासन द्वारा इस नाले को खुला छोड़ दिया गया है, जिससे दुर्घटना होने का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि नाले को खुला रखने के बावजूद नगर प्रशासन ने वहां पर कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं किए हैं। न तो किसी प्रकार की रुकावट का प्रबंध किया गया है और न ही कोई चेतावनी संकेतक लगाया गया है। इसका परिणाम यह है कि विशेष रूप से रात के समय, जब दृश्यता कम होती है, बाइक सवार और अन्य वाहन चालक अनजाने में इस नाले में गिर सकते हैं, जिससे गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
उक्त गड्ढे के कारण यदि किसी दिन कोई अप्रिय घटना घटित हो जाती है, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? यह सवाल क्षेत्रवासियों के मन में गहराई से उभर रहा है। नगर प्रशासन की इस लापरवाही से क्षेत्र के लोग आक्रोशित हैं और मांग कर रहे हैं कि इस नाले को जल्द से जल्द सुरक्षित ढंग से बंद किया जाए, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। गत 15 अगस्त 2024 के पूर्व से ही पानी निकासी हेतु उक्त गड्ढा खोदा गया था।स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भी कई वाहन चालक इस नाले में गिरने से बाल-बाल बचे थे।जब सोशल मीडिया में इससे संबंधित खबर वायरल हुआ तो नगर प्रशासन ने उक्त स्थल के पास कुछ दिनों के लिए बैरिकेडिंग किया था,जिसे अब हटा लिया गया है। इस कारण पुनः अब किसी हादसे का खतरा बढ़ गया है। नगर प्रशासन को इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान देने और उचित कार्रवाई करने की आवश्यकता है, अन्यथा जनता की सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। स्थानीय नागरिकों ने नगर पंचायत प्रशासन से अनुरोध किया है कि वह अविलंब इस समस्या का समाधान करे, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। लोगों का कहना है कि सड़क सुरक्षा के नाम पर हेलमेट की चेकिंग करने वालों को मुख्य सड़क के पास का गड्ढा नजर नहीं आ रहा है जो सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक है।