जमशेदपुर : जिले के डीसी अनन्य मित्तल के निर्देश पर एफएसएसएआई इम्पैनल्ड ज्ञान सिटी एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा बिस्टुपुर स्थित होटल अलकोर में ‘फोस्टेक प्रशिक्षण’ शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी मंजर हुसैन ने प्रशिक्षण में आये सभी खाद्य व्यवसायवेता को फोस्टेक क्यों जरुरी है, इसपर प्रकाश डाला। इस दौरान उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार प्रत्येक वर्ष लगभग 600 मिलियन लोग खाद्य जनित रोग से पीड़ित होते हैं और इसमें 30 प्रतिशत पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे होते है। जिसको ध्यान में रखते हुए इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। साथ ही एफएसएसएआई के ट्रेनर अनुप कुमार तिवारी ने फूड सेफ्टी से जुड़े महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खाद्य पदार्थों को पकाने से पहले हाथ अच्छी तरह से धोएं। एप्रोन और मास्क लगाकर खाना पकायें एवं परोसें। खाने के सामग्री को टेम्परेचर डेंजर जोन यानि 4° सेल्सियस से नीचे स्टोर करें या 60° सेल्सियस से ऊपर तले या पकाए और पके भोजन को 2 घंटे के अन्दर ही खा लें। अन्यथा इसे फ्रीज के अन्दर रखें। जिससे खाद्य जनित रोग को रोका जा सकता है। वहीं खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने सभी खाद्य व्यावसायवेता से कहा कि एफएसएसएआई लाइसेंस नंबर अपने प्रतिष्ठान के मुख्य द्वार में डिस्प्ले करें। साथ ही खाद्य सुरक्षा एवं मानक विनियम (लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन ) 2011 के शेड्यूल-4 को शत प्रतिशत अपनाएं। ताकि जनता को स्वच्छ, सुरक्षित एवं पोषक तत्व से भरपूर आहार प्रदान कर सके। उक्त प्रशिक्षण शिविर में कुल 100 व्यवसायवेताओं ने भाग लिया। जिसमें मुख्यतः रेस्टोरेंट, मिठाई दुकान तथा रेस्टोरेंट एवं बार प्रतिनिधि शामिल थे। सफलता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद सभी खाद्य व्यवसायवेता फोस्टेक का सर्टिफीकेट निर्गत किया जाएगा।