1351 निशान के साथ निकली शोभा यात्रा में झूमते रहे श्रद्धालु
जमशेदपुर : श्री श्री साकची शिव मंदिर एवं श्री श्याम परिवार का 36 वां श्री श्री श्याम महोत्सव शनिवार धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान पूरे मंदिर परिसर समेत श्याम बाबा का विशाल दरबार पुष्पों से सजाया गया था। वहीं 1351 निशान यात्रा का शुभारंभ साकची शिव मंदिर में पूजा अर्चना के बाद बाबा के जयकारे से हुआ और जो साकची बाजार डालडा लाईन, पलंग मार्केट चौक, बिरसा मुंडा चौक से होकर स्टेट माइल रोड से काशीडीह होते हुए वापस मंदिर पहुंच कर बाबा श्याम को निशान अर्पित करने के साथ संपन्न हुआ। यात्रा के दौरान जयश्री श्याम, शीश के दानी और हारे का सहारा के जयघोष से पूरा वातावरण गुंजायमान रहा। जिसमें स्थानीय कलाकार महावीर अग्रवाल द्वारा डोरी खींच के राखिजे यो है बाबा को निशान. पैदल चालनिये के सागे चाले बाबा श्याम..जैसे शानदार भजनों की प्रस्तुति भी दी गई। शोभा यात्रा में सबसे आगे बैंड-बाजा समेत एक वाहन पर सजा बाबा श्याम का दरबार एवं दो घुड़सवार के साथ बाबा श्याम और हनुमान जी का बड़ा ध्वजा लिये भक्त चल रहे थे। महोत्सव के दौरान मंदिर परिसर में सुबह 11 बजे ध्वजा पूजन यजमान ममता-मनोज अग्रवाल ने किया। वहीं संध्या 8.30 बजे अखंड ज्योत की पूजा मुख्य यजमान राम कृष्ण चौधरी (बीजू बाबू) ने सपरिवार किया। पूजा विधिवत रूप से विपीन झा और रामजी पारिक के नेतृत्व में पांच पंडितों द्वारा करायी गई। साथ ही सभी भक्तों को रक्षा सूत्र बांधा गया। महोत्सव के दौरान साकची शिव मंदिर श्याम के रंग में रंगा और पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। महोत्सव का मुख्य आकर्षण शोभा यात्रा, भव्य दरबार, आलौकिक श्रृंगार, छप्पन भोग, अखण्ड ज्योत, विशाल संकीर्तन रहा। महोत्सव में शनिवार की रात्रि समस्तीपुर से आयी भजन कलाकार रेशमी शर्मा और कोलकाता से आये विवेक शर्मा ने मधुर भजनों की अमृत वर्षा कर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। साथ ही स्थानीय भजन गायक महावीर अग्रवाल ने भी बाबा के दरबार में हाजरी लगाई। भजन गायकों ने विविधतापूर्ण भजनों से खाटू श्याम के जीवन दर्शन से लेकर उनकी महिमा तक के भजन सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। श्री गणेश वंदना मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे….से भजन कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। फाल्गुनी धमाल पर देर रात तक मस्ती में सराबोर रहे भक्तों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर फागुन (होली) की बधाई भी दी। भजन गायकों ने हनुमान को खुश करना आसान है.., हे मुरलीधर मोहन मेरे श्याम चले आओ., गोविंद चले आओ गोपाल चले आओ., मुझे अपना बना ले ओ श्याम मुरली वाले., जैसे भजनों पर सैकड़ों भक्त झूमने पर मजबूर हो गए। इस सफल बनाने में अध्यक्ष गिरधारी लाल खेमका, सुरेश अग्रवाल, सुभाष शाह, उमेश शाह, कमल चौधरी, नरेश अग्रवाल, ओम प्रकाश रिंगसिया, बजरंग लाल अग्रवाल, सांवरमल अग्रवाल, अमर डगबाजिया, मोहित शाह, आशीष खन्ना, तुषार जिंदल, अंकित अग्रवाल, अमन नरेडी, आशीष शर्मा, गौरव जवान पुरिया, नितिन अग्रवाल, विवेक अग्रवाल, हनी अग्रवाल, विवेक चौधरी, नरेश सिंघानिया, आलोक चौधरी, पवन खेमका, मोंटी अग्रवाल, अंकित अग्रवाल, कमल सिंघल, निशा सिंघल, उषा चौधरी, सुनीता केडिया, पिंकी केडिया, पूूजा मोदी, अनिता अग्रवाल, उमा चेतानी समेत मंदिर समिति की महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।