सरयू ने पूछा कौन हैं वो जो बड़े अफसरों के फैसले जमीन पर उतरने नहीं देते?
बोले जमशेदपुर पुलिस को अपना इकबाल बुलंद करने की जरूरत
जमशेदपुर : पश्चिमी विधायक सरयू राय ने कहा कि अगर आला अफसर आदेश कर रहे हैं और नीचे वाले उसे मान नहीं रहे हैं तो साफ अर्थ यही हुआ कि मानगो पेयजल परियोजना के खिलाफ साजिश चल रही है। कुछ लोग ऐसे हैं, जो नहीं चाहते कि मानगो पेयजल परियोजना सफल हो। भला यह कैसे संभव है कि सीनियर अफसर आदेश करें और उनकी बात जमीन पर न उतरे? आखिर वो कौन लोग हैं, जो बड़े अफसरों के आदेश को जमीन पर उतरने नहीं दे रहे? ऐसे लोगों की जांच होनी चाहिए और उन्हें कड़ी सजा देनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जमशेदपुर में पुलिस को अपना इकबाल बुलंद करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर पूर्वी में हम लोगों ने इतना काम किया, जितना 25 वर्षों में भी नहीं हुआ था। वहीं गुरुवार जिले के उपायुक्त कार्यालय पर आयोजित धरना में शामिल हजारों लोगों से उन्होंने कहा कि मानगो पेयजल परियोजना में 125 करोड़ से अधिक खर्च हुआ। लेकिन आज मानगो के 75 प्रतिशत घरों में पानी नहीं आ रहा है। केवल एक मोटर को छोड़कर आज इनके इंटकवेल के सभी मोटर धराशायी हो गए हैं। वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का भी मोटर जला हुआ है। टंकियों के मोटर जले हुए हैं। घरों में पानी नहीं आ रहा। लोग परेशान हैं। ऐसी स्थिति में पिछले 4 महीने में उन्होंने पेयजल और स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता और नगर निगम के उप नगर आयुक्त से लेकर रांची में विभाग के मंत्री, सचिव समेत तमाम अधिकारियों से इस संबंध में बात की। वे लोग रोज आश्वासन देते हैं कि निर्णय हो गया है। अब योजना अच्छी चलेगी। लेकिन इसके उलट परियोजना की स्थिति दिन पर दिन बद से बदतर होती जा रही है। कुछ लोग हैं जो इस परियोजना को विफल करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऊपर के अफसर कहते हैं कि वो दबाव डालकर काम कराएंगे। लेकिन होता यह है कि ऊपर के अफसर दबाव बनाते तो हैं, पर नीचे के लोग बड़े अफसरों की सुनते नहीं है। उन्होंने जानना चाहा कि ऐसे कौन से लोग हैं, जो ऊपर के अफसरों के दबाव से नीचे के लोगों को बचा रहे हैं? बड़े स्तर पर निर्णय हो जाता है। लेकिन नीचे काम जमीन पर नहीं दिखता। कुछ लोगों का समूह है, जो लंबे समय से वहीं (परियोजना) बैठा हुआ है। ये लोग जब चाहते हैं, किसी इलाके का पानी खोल देते हैं। जब चाहते हैं, किसी इलाके का पानी बंद कर देते हैं। सबसे पहले इन लोगों को पूरी तरह से बदलना जरूरी है। यह काम नहीं होगा तो मानगो के लोगों को पानी नहीं मिलेगा। सरयू राय ने कहा कि बालीगुमा में एक बूंद पानी नहीं आ रहा है। नेशनल हाईवे से पाइपलाइन पार कराने के लिए विभाग को 10 लाख रुपए देना है। यह रुपया सरकार के खजाने में है। लेकिन अभी तय नहीं हुआ है कि एनएचएआई को यह पैसे देगा कौन? इस चक्कर में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2014 में उनके कार्यकाल में निर्मित मानगो पृथ्वी पार्क के समीप बनी पानी टंकी का उद्घाटन किया गया। बावजूद इसके पेयजल सप्लाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि इसका संचालन करने वाले लोग ही कहीं इस परियोजना को विफल करने की साजिश तो नहीं रच रहे? उन्होंने कहा कि ऐसी ही स्थिति पूर्वी जमशेदपुर के भुइयांडीह की भी है। वह पांच साल जमशेदपुर पूर्वी के विधायक रहे और इन पांच वर्षों में उन्होंने इतना काम कराया, जितना पिछले 25 वर्षों में नहीं हुआ। हम लोगों ने वहां पेयजल के लिए परियोजना बनाई। लेकिन आज 2025 में भी परियोजना प्रारंभ नहीं हो पाई है। हम लोग इसके लिए भी लड़ेंगे। जमशेदपुर पूर्वी में संगठन बनाएंगे और अधूरी पड़ी परियोजनाओं को पूरा कराएंगे। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर की कानून व्यवस्था लचर है। शहर की महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। अब उन्हें सड़क पर निकलने में डर लग रहा है। उन्हें भय है कि वह सड़क पर चलेंगी और कोई उनसे छिनतई कर लेगा। जमशेदपुर पुलिस को अपना इकबाल बुलंद करने की जरूरत है। मौके पर आशुतोष राय, एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ पवन पांडेय, आजसू जिलाध्यक्ष कन्हैया सिंह, लोजपा जिलाध्यक्ष सतीश सिंह, जद(यू) जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, भाजपा नेता केपी सिंह, नित्यानंद सिन्हा, लल्लन द्विवेदी, शत्रुघ्न गिरी, कदमा मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह भीम, बिष्टुपुर मंडल अध्यक्ष संजय तिवारी, साकची मंडल अध्यक्ष बजरंगी पांडे, आजादनगर मंडल अध्यक्ष फातिमा शाहीन, लल्लन चौहान, अशोक सिंह चौहान, सुनील सिंह, छोटन मिश्रा, अमरेंद्र मल्लिक, शशांक श्रीवास्तव, अमरेंद्र पासवान, सुरंजन राय, लक्की सिंह, धर्मेंद्र प्रसाद, श्वेता कुमारी, उमाशंकर सिंह, सुशील पांडे, विप्लव डे, अमर सिंह, रंजन सिंह, नीरू सिंह, जद (यू) प्रदेश महासचिव संजय ठाकुर, कौशल सिंह, अंजली सिंह, पूर्व सैनिक सेवा परिषद के सुशील सिंह, समाजसेवी शिव शंकर सिंह, घाटशिला जिला परिषद के सदस्य करण सिंह, अजय कुमार, कुलविंदर सिंह पन्नू, भास्कर मुखी, एम चंद्रशेखर राव, मुकुल मिश्रा, हरेराम सिंह, राणा प्रताप सिंह, जितेंद्र सिंह, आकाश शाह, दुर्गा राव, विकास साहनी, कन्हैया ओझा, विनोद सिंह, संजीव सिंह, प्रकाश कोया, आफताब अहमद सिद्दीकी, पप्पू सिंह, मुन्ना सिंह, मस्तान सिंह, जद(यू) युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष नीरज सिंह, अमित शर्मा, सुधीर सिंह, अजय सिन्हा, पवन सिंह, शेषनाथ पाठक, पिंटू सिंह, राजेश सिंह, विजय सिंह, जद (यू) महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अमृता मिश्रा, मंजू सिंह, प्रवीण सिंह, शमशाद खान, तारक मुखर्जी, लालू गौड़, चुन्नु भूमिज, विवेक पांडेय, भवानी सिंह, शंकर कर्मकार, अर्जुन यादव, गौतम धर, प्रदीप सिंह, अमरेश राय, अशोक सिंह, मनोज गुप्ता, संजय सिंह, बिजेंद्र सिंह, प्रतिभा सिंह, सुनीता सिंह, संजीव मुखर्जी, अनिमेष सिन्हा, निमाई अग्रवाल उर्फ गिच्चु, राजन राजपूत, नवीन कुमार, संजय कालिंदी, राकेश लोधी, अतुल कुमार, सुमित साव समेत बड़ी संख्या में एनडीए गठबंधन के कार्यकर्ता भी मौजूद थे।