कोडरमा: जिले के डोमचांच थाना अन्तर्गत सिमरिया जंगल में शनिवार की देर रात्रि गुप्त सूचना पर लकड़ी जब्त करने पहुंचे वन विभाग की टीम पर हमले में दो वनरक्षी गम्भीर रूप से घायल हो गए। इन पर लकड़ी तस्करी में शामिल लोगों व ग्रामीणों के द्वारा जानलेवा हमला कर दिया गया। घायलों में वनरक्षी राजेश शर्मा पिता केदार नाथ शर्मा और ललन किशोर पिता श्याम सुंदर मेहता शामिल हैं।
जिनका सदर अस्पताल कोडरमा में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति देखते हुए बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया। वहीं वनरक्षी अभिमन्यु कुमार और बंटी कुमार को मामूली चोटें आई है। सदर अस्पताल में इलाजरत घायल वनरक्षी ने बताया कि रेंजर रविंद्र कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि सिमरिया जंगल में कुछ लोग पेड़ की अवैध कटाई कर ट्रैक्टर पर लकड़ी लोड करके जंगल से निकलने वाले हैं। इस दौरान टीम जब जंगल पहुंची तो एक ट्रैक्टर पर केंदू और सखुआ की लकड़ी लोड पाया। टीम को देखते ही कुछ लोग ट्रैक्टर के इंजन को लेकर फरार हो गए और लकड़ी लोड ट्रैक्टर के ट्रॉली को मौके पर छोड़ दिया।
इसके कुछ देर के बाद वन माफिया के नेतृत्व में काफी संख्या में लोग टांगी और लाठी लेकर जंगल में घुसे और वन विभाग के आरक्षी पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। जिसमें वन विभाग की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गयी और दो वनरक्षी गंभीर रूप से घायल हो गए। दो को हल्की-फुलकी चोट लगी है। इस दौरान वन विभाग के ड्राइवर बंटी कुमार घायल अवस्था में किसी तरह से वन विभाग के वाहन को वन माफिया के चंगुल से निकाल कर भगाते हुए सदर अस्पताल लेकर पहुंचा जहां घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया। वहीं घटना की सूचना के बाद देर रात कोडरमा के एसपी अनुदीप सिंह और डीएफओ सूरज सिंह भी घायलों से घटना की जानकारी और हाल-चाल जानने सदर अस्पताल कोडरमा पहुंचे। इस बाबत कोडरमा थाना में प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।