गिरिडीह: गाण्डेय प्रखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़की टांड़ के मुखिया प्रतिनिधि परवेज़ आलम ने कहा कि पंचायत में स्वास्थ्य, शिक्षा एवं पेयजलापूर्ति के क्षेत्र में तीन प्रमुख समस्याएं हैं जिनका अविलंब समाधान करें ज़िला प्रशासन एवं सरकार।
इस बाबत जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि लाखों रुपए की लागत से पंचायत में वर्षों पूर्व एक उप-स्वास्थ्य केन्द्र भवन का निर्माण हुआ है लेकिन अब तक वहां पर न एएनएम की नियुक्ति हुई है,न कोई स्वास्थ्य कर्मी बहाल किया गया है और न ही वहां पर आम जनता को किसी प्रकार की चिकित्सकीय सुविधा मिल पा रही है। सरकारी पैसों को सिर्फ बर्बाद किया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि इसी प्रकार पंचायत में एक भवन निर्मित है। जहां पर एक प्लस टू उच्च विद्यालय का संचालन किया जाना चाहिए लेकिन सरकार एवं जिला प्रशासन का रवैया इस मामले में भी काफी उदासीन है। प्लस टू उच्च विद्यालय के अभाव में छात्र-छात्राओं विशेष रूप से बालिकाओं को शिक्षा अर्जित करने में काफी परेशानी हो रही है। अधिकांश बच्चियों को इसके कारण शिक्षा से वंचित रह जाना पड़ रहा है।
कहा कि जल नल योजना पंचायत में पूरी तरह से विफल रहा है। इस योजना के तहत जल मीनार तो बने हैं लेकिन आम जनता को एक बूंद भी पानी नहीं मिल रहा है। योजना से सिर्फ ठेकेदारों और संवेदकों की चांदी हुई है। योजना में जबरदस्त अनियमितता और बंदरबांट हुआ है जिसके परिणामस्वरूप यह योजना पूरी तरह से विफल सिद्ध हुआ है।
मौके पर उपस्थित लोगों ने कहा कि हम सभी जिला प्रशासन एवं सरकार से मांग करते हैं कि निर्मित उप-स्वास्थ्य केन्द्र में अविलंब चिकित्सकीय सुविधाओं को बहाल किया जाए, पंचायत एवं आस-पास के हजारों छात्र-छात्राओं के लिए एक प्लस टू उच्च विद्यालय का प्रबंध किया जाए और पंचायत में संचालित जल-नल योजना की विफलता का निष्पक्ष रूप से जांच किया जाए।