पूरी प्रामाणिकता के साथ लिखी गयी है पुस्तक : हरिवंश
रांची: वरिष्ठ पत्रकार और लेखक बलबीर दत्त की पुस्तक ‘भारत विभाजन और पाकिस्तान के षड्यंत्र’ का विमोचन सोमवार को राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने किया। प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन चेंबर भवन में किया गया।
पुस्तक का विमोचन करते हुए हरिवंश ने कहा कि भारत विभाजन पर कई पुस्तकें लिखी गयी हैं लेकिन बलबीर ने इस पुस्तक में कई नई तथा रोचक जानकारियों का समावेश किया है। काफी शोध, मेहनत तथा लगन से इस पुस्तक की रचना की गयी है। यह पुस्तक अतीत, वर्तमान और भविष्य को प्रभावित करती है। इस पुस्तक में तथ्यों की पूरी प्रमाणिकता है।
उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी बलबीर की कई पुस्तकों यथा कहानी झारखंड आंदोलन की, सफरनामा पाकिस्तान आदि प्रकाशित हुईं है, जो काफी रोचक तथा सरल शैली में लिखी गई हैं। आज की पीढ़ी के पत्रकारों को इनसे सीखना चाहिए। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि हमें अपने अतीत की बेहतर समझ होनी चाहिए। पाकिस्तान के वर्तमान हालात की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत से नफरत के वजूद पर ही पाकिस्तान टिका है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए झारखंड विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी ने कहा कि विभाजन का दंश वही समझ सकता है, जो खुद भुक्तभोगी हो। हमने और बलबीर ने विभाजन का दंश झेला है। राज्यसभा सांसद और लेखिका डॉ महुआ माजी ने कहा कि पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान टूटे जरूर लेकिन जड़ें एक हैं। धर्म से कुछ नहीं होता, बल्कि संस्कृति और भाषा मायने रखती है।
विशिष्ट अतिथि महुआ माजी ने पुस्तक की चर्चा करते हुए पूर्वी पाकिस्तान पर पश्चिमी पाकिस्तान द्वारा किये गये जुल्मों की याद दिलाई। उन्होंने इस त्रासदी को याद करते हुए कहा कि जब देश का बंटवारा हुआ तब वह सात साल की थीं। कितने लोग मारे गए, उन्हें यह याद है। उन्होंने खालिस्तान की चर्चा करते हुए गुरु नानक और बाबर के प्रसंग सुनाए। कृति चर्चा स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन, रांची विश्वविद्यालय के निदेशक विनोद कुमार ने की। स्वागत भाषण प्रभात प्रकाशन के निदेशक पीयूष कुमार ने किया। मंच संचालन वरिष्ठ पत्रकार डॉ. निवास चंद्र ठाकुर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन दैनिक देश प्राण के प्रबंध निदेशक रोहित दत्त ने किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार अशोक प्रियदर्शी, पूर्व सांसद रामटहल चौधरी, पूर्व राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार, अजय मारू, पद्मश्री मुकुंद नायक, अनुज सिन्हा, कुणाल अजमानी, रोशन लाल भाटिया, कुमार मनीष अरविंद, गुरविंदर सिंह सेठी, सुनील सिंह बादल समेत बड़ी संख्या में शहर के जाने-माने लोग उपस्थित थे।