जमशेदपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे के जेडआरयूसीसी की 103 वीं बैठक बुधवार कोलकाता स्थित ताज बंगाल होटल में संपन्न हुई। उक्त बैठक में सांसद बिद्युत बरण महतो ने अपने लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न मामलों को पुनः एक बार समिति के समक्ष उठाया। इस दौरान सांसद ने जिन मांगों को मुख्य रूप से रखा उसमें टाटा आरा ट्रेन को बक्सर तक ले जाने, टाटा से जयनगर रेल सेवा की शुरुआत करने, टाटा लोकमान्य तिलक अंत्योदय एक्सप्रेस का पुनःपरिचालन करने, टाटा एलेप्पी का पुनःपरिचालन करने, घाटशिला रेलवे स्टेशन पर संतरागाछी अजमेर शरीफ ट्रेन, गोरखपुर शालीमार ट्रेन, ताम्बरम एक्सप्रेस और समलेश्वरी एक्सप्रेस का ठहराव करने, गालूडीह रेलवे स्टेशन पर इस्पात एक्सप्रेस, शालीमार कुर्ला, टाटा खड़गपुर मेमू ट्रेन का ठहराव करने, राखा माइन्स स्टेशन पर उत्कल एक्सप्रेस का ठहराव करने, जुगसलाई और धालभूमगढ़ में फुट ओवर ब्रिज का निर्माण करने, घाटशिला के कुतलूडीह में रेल अंडर पास का निर्माण करने, बारीगोड़ा और गोविंदपुर में रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण करने की मांग मुख्य रूप से शामिल थी।
इसके अलावा सांसद ने चाकुलिया से बुड़ामारा रेलवे लाइन, चांडील से पटमदा होते हुए बांदवान झाड़ग्राम तक रेलवे लाइन, टाटा बादाम पहाड़ लाइन की दोहरीकरण की बात को रेखांकित भी किया। साथ ही उन्होंने अपने लोकसभा क्षेत्र में जिन रेलवे स्टेशनों का नाम बांग्ला भाषा में लिखा था और जिसे अब हटा दिया गया है, उसे स्टेशनों पर पुनः बांग्ला भाषा में रेलवे स्टेशन का फिर से अंकित करने को कहा। इसी तरह उन्होंने परसुडीह के मकदमपुर कॉलोनी में होने वाले जल जमाव के मामले को भी प्रमुखता से रखते हुए इसका स्थाई समाधान करने को कहा। उन्होंने कहा कि इसका निरीक्षण कर रेलवे द्वारा समाधान किया जाना चाहिए। वहीं बैठक में दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि जुगसलाई और धालभूमगढ़ के फूट ओवर ब्रिज स्वीकृत हो गई है। साथ ही निकट भविष्य में इसकी निविदा भी निकाली जाएगी।
जबकि बारीगोड़ा ओवर ब्रिज और गोविंदपुर ओवर ब्रिज के बारे में उन्होंने सूचित किया कि रेलवे ने इसकी स्वीकृति दे दी है और राज्य सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने के बाद इसका निर्माण कार्य प्रारंभ हो सकेगा। इसके अलावे अन्य सभी विषयों के संबंध में उन्होंने कहा कि वह समुचित अध्ययन कर इस पर ठोस पहल करेंगे। सांसद बिधुत वरण महतो ने इन सभी मांगों के बाबत उन्हें अपना मांग पत्र भी समर्पित किया।