नैनीताल : पिछले दिनों नैनीताल जनपद के खनस्यूं थाना क्षेत्र में एक एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़की गायब होने के 5 दिन बाद उसका सड़ी-गली अवस्था में शव बरामद हुआ था। इस मामले में जनपद पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया कि उम्र में दोगुने युवक के साथ प्रेम संबंधों की भनक लगने पर मृतका के छोटे 16 वर्षीय भाई ने अपनी सगी एक वर्ष बड़ी बहन को गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने हत्या के इस मामले में शामिल सह-आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया है।
मंगलवार को इस बहुचर्चित हत्या के मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रह्लाद नारायण सिंह ने पत्रकार वार्ता में बताया कि पिछले माह 22 सितंबर को शेर सिंह पुत्र धरम सिंह निवासी ग्राम कोटली ने थाना खनस्यूं में तहरीर दी थी कि उसकी 17 वर्षीय पुत्री 17 सितंबर को घर से पास के जंगल में मिट्टी लेने गई थी और इसके बाद से वह घर वापस नही लौटी।
इस दौरान 26 सितंबर को गुमशुदा गीता का शव ग्राम कोटली में बांज के जंगल में मिला। इस सूचना पर एसएसपी नैनीताल सहित थानाध्यक्ष खनस्यूं व फॉरेंसिक टीम पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। विवेचना में गुमशुदा का शव संदिग्ध अवस्था में बरामद होने और शिकायतकर्ता के बयानों के आधार पर अभियोग में हत्या के लिये प्रयुक्त धारा 302 व 201 भी जोड़ी गयी। इधर विवेचना के दौरान पुलिस को पता चला कि गुमशुदा नाबालिग किशोरी का उसी गांव के रहने वाले 35 वर्षीय युवक त्रिलोक सिंह कोटलिया पुत्र चंदन सिंह के साथ संबंध थे। त्रिलोक की पत्नी ने उन्हें एक साथ में बैठे हुए देख लिया था। इसके उपरांत त्रिलोक की पत्नी, मृतका व मृतका की मां के बीच बहस भी हुई थी।
इस घटना से गीता का छोटा 16 वर्षीय नाबालिग भाई काफी आक्रोशित हुआ और जब गीता घर नही आयी तो उसे ढूंढने के दौरान पहाड़ों की पगड़ंगी के किनारे उसने अपनी बहन की उसके दुपट्टे से ही गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को वहीं झाड़ियों में छिपा दिया था और अगले दिन आरोपित छोटे भाई ने त्रिलोक सिंह पर दबाव बनाया कि यदि उसकी बहन का शव घटनास्थल से कहीं और छिपाने में उसने साथ नहीं दिया तो वह त्रिलोक को भी बहन की हत्या की साजिश में फंसा देगा। इसके बाद दोनों ने मिलकर मृतका के शव को घटनास्थल के पास ही बांज के पेड़ों के पास छुपा दिया। इस मामले में पुलिस ने मृतका के छोटे नाबालिग भाई और शव को छिपाने में सहायता करने वाले सह आरोपित त्रिलोक सिंह को हिरासत में लिया जबकि मुख्य आरोपित मृतका का नाबालिग भाई के विरुद्ध जेजे एक्ट के प्रावधानों के अनुसार उसके पिता-संरक्षक शेर सिंह को नियमानुसार रखा गया है, और उन्हें सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया जा रहा है।
हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में भवाली के पुलिस क्षेत्राधिकारी नितिन लोहनी, खनस्यूं के थानाध्यक्ष भुवन राणा, एसओजी प्रभारी राजवीर सिंह, बेतालघाट के थानाध्यक्ष मनोज नयाल, वनभूलपुरा के थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी, मुक्तेश्वर के थानाध्यक्ष कमित जोशी, उप निरीक्षक मनीषा सिंह, वरिष्ठ आरक्षी राजा राम, आरक्षी ललित आर्या, जय किशन राणा, पान सिंह व विनोद यादव शामिल रहे।