एमजीएम अस्पताल के नई बिल्डिंग का तीसरी बार लिफ्ट हुआ खराब, मासूमों को रैंप के सहारे मां इलाज कराने को मजबूर

जमशेदपुर : कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम के नई बिल्डिंग का लिफ्ट तीसरी बार खराब हो गया है। बीते 10-12 दिनों से लिफ्ट खराब पड़ा हुआ है। जिसके कारण मासूमों को उनकी मां रैंप के सहारे लेकर इलाज कराने को मजबूर है। इससे पहले भी बिल्डिंग के दोनों लिफ्ट रखरखाव के अभाव में कई बार खराब हो चुके हैं। वहीं लिफ्ट बनाने के नाम पर सिर्फ लीपा-पोती होती रही।

मगर आज तक इसका स्थाई समाधान नहीं किया गया। इस बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर में मासूम बच्चों का पीडिया विभाग और सेकंड फ्लोर पर बर्न विभाग का संचालन हो रहा है। दोनों ही विभाग काफी महत्वपूर्ण है। बावजूद इसके हमेशा लिफ्ट की खराबी के कारण मरीजों को भारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। वहीं सोमवार देखा गया कि लिफ्ट खराब होने के कारण ऑक्सीजन लगे मासूम को एक मां गोद में अस्पताल के कर्मचारी के सहयोग से सिलेंडर के साथ रैंप द्वारा नीचे लेकर आ रही थी। पूछने पर पता चला कि मासूम का सीटी स्कैन करना है। यह नजारा अपने आप में चौंकाने वाला था। सिर्फ यही नहीं अस्पताल में खाना देने वाले कर्मचारियों को भी लिफ्ट खराब होने के कारण भारी परेशानी हो रही है। उन्हें जाकर वार्ड में मरीजों को बुलाना पड़ रहा है। जिसके बाद परिजन मरीज को छोड़कर खाना लेने के लिए नीचे आ रहे हैं।

जो उनके लिए भी परेशानी का सबब बना हुआ है। अस्पताल परिसर में मेंटेनेंस का काम स्थाई कर्मचारी राजेश प्रसाद सिंह के हवाले है। मगर वे लिफ्ट का स्थाई समाधान न कर लीपा-पोती कर चला देते हैं। जिससे समस्या जस की तरफ बनी हुई है। और तो और अस्पताल प्रबंधन को लिफ्ट खराब होने की जानकारी तक नहीं है। इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक डॉ रविंद्र कुमार ने कहा कि ठीक तरह से हैंडलिंग ना होने के कारण लिफ्ट बार-बार खराब हो जा रही है। आपके माध्यम से जानकारी मिली है और इसे मंगलवार बनाया जाएगा।

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