सीतारामडेरा उरांव और मुंडा बस्ती के बाद धातकीडीह हरिजन बस्ती है अवैध शराब का सबसे बड़ा हब

 सुबह से रात तक बस्ती के घरों के आगे सजती है महफिल, बिस्टुपुर और कदमा थाना का पड़ता है क्षेत्र

जमशेदपुर : सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के उरांव और मुंडा बस्ती के बाद बिस्टुपुर थाना क्षेत्र का धातकीडीह हरिजन बस्ती अवैध शराब का सबसे बड़ा हब है। जहां सुबह से रात तक शराब पीने के लिए बस्ती के घरों के आगे लोगों की महफिल सजे रहती है। रोजाना हजारों लीटर अवैध देसी शराब का कारोबार यहां होता है। जिसमें मुख्य हरिजन बस्ती, नीचे बस्ती के साथ-साथ मेडिकल बस्ती भी शामिल है। यहां खुलेआम लोगों को शराब परोसी जाती है। इसका कुछ हिस्सा कदमा थाना क्षेत्र में भी पड़ता है। वहीं कभी कभार थाना द्वारा आबकारी विभाग के साथ मिलकर अभियान भी चलाया जाता है। मगर उसके बाद स्थिति जस की तस हो जाती है। जबकि यहां देसी शराब के साथ-साथ अन्य नशीले पदार्थों जैसे गांजा और ब्राउन शुगर का कारोबार भी धड़ल्ले से होता है। जिसको लेकर बस्ती में आपराधिक चरित्र के लोगों का आना-जाना भी लगा रहता है। सिर्फ यही नहीं शराब दुकानों से रोजाना बस्ती के दबंगों द्वारा हजारों रुपए की वसूली भी की जाती है और जिनके सह पर बस्ती में अवैध शराब के साथ-साथ अन्य धंधे भी फल फूल रहे हैं। देसी शराब के साथ-साथ यहां ब्लैक में विदेशी शराब भी बेची जाती है। जिसके कारण सरकारी शराब दुकान बंद होने के बाद युवा अपना रुख बस्ती की तरफ कर लेते हैं। एक समय की बात है जब इसी बस्ती में मृतक बच्चू घोष और उसके भाई कल्लू घोष जैसे शराब माफिया का राज भी चलता था। उस समय पूरे कदमा क्षेत्र में अवैध शराब की सप्लाई इन्हीं लोगों के द्वारा की जाती थी। जिससे लाखों की कमाई भी होती थी और जिसका इस्तेमाल वे अपराध को अंजाम देने समेत अन्य कामों में करते थे। मगर समय के साथ सप्लायर बदल गया और धंधा आज भी वही है। धातकीडीह हरिजन बस्ती के अधिकांश घरों में अवैध देशी शराब का कारोबार होता है और वही उनकी जीविका की कमाई भी है। जबकि बीच-बीच में अवैध कमाई को लेकर टकराव की स्थिति भी बनती रहती है और जिससे बस्ती का माहौल भी खराब होता है। अगर आज जिला प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो आगे चलकर यह नासूर बन जाएगा और जिसका खामियाजा बस्ती के लोगों को ही चुकाना पड़ेगा।

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