दुमका : आदिवासी नाबालिग से गैंगरेप का मामला शनिवार को प्रकाश में तब आया जब नाबालिग परिजनों के साथ मुफस्सिल थाना शिकायत करने पहुंची। मुफस्सिल पुलिस पीड़िता के बयान पर मामला दर्ज करते हुए 164 का बयान दर्ज कराने न्यायालय भेजा।
दर्ज प्राथमिकी में नाबालिग ने बताया कि वह सीएसपी केंद्र छात्रवृत्ति का पैसा निकालने दुमका आयी थी। घर लौटते समय रेलवे स्टेशन -मुखराली रोड में दो बाइक सवार बदमाशों ने जबरन बाइक पर बिठा पास के निर्माणाधीन घर में ले गये, जहां दोनों युवकों ने दुष्कर्म किया। उसके बाद फोन कर दो और साथी को बुलाया। फिर सभी ने दुष्कर्म किया। उसके बाद कुछ दूरी पर स्थित नकटी पहाड़ के समीप ले गये,जहां और चार साथियों को बुला सभी ने दुष्कर्म किया।
बाद में तीन अन्य ने भी नाबालिग को हवस का शिकार बनाया। उसके बाद देर शाम नाबालिग की हालत गंभीर होने पर निःवस्त्र कर बाइक से सड़क किनारे छोड़ भाग खड़ा हुए। दूसरे दिन नाबालिग को होश आया, तो किसी तरह घर पहुंची, जहां परिजनों से भी भय से कुछ नहीं बताया। बाद में काफी पूछने पर परिजनों को नाबालिग ने आपबीती सुनाई। मामला बीते 25 सितंबर की है। नाबालिग थाना क्षेत्र के ही एक विद्यालय में 10 वी की पढ़ाई करती है। मामले में नाबालिग के बयान पर पुलिस गैंगरेप का तीन नामजद समेत आठ अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायालय में बयान दर्ज करा अनुसंधान में जुट गई है। मामले में थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने बताया कि नाबालिग के बयान पर पुलिस मामला दर्ज कर अनुसंधान में जुट गई है।