सीएम से की शिकायत कर की दोषियों पर कार्रवाई मांग
जमशेदपुर : चक्रधरपुर के झामुमो विधायक सुखराम उरांव के लेटर हेड पर उनके हस्ताक्षर से चाईबासा डीआरडीए कार्यालय में पदस्थापित वरीय लेखा पदाधिकारी अजय यादव की शिकायत मुख्य सचिव से की गई है। जिसपर विभागीय स्तर से जांच भी शुरू हो गई है। जबकि इसी बीच शिकायत को विधायक सुखराम उरांव ने फर्जी करार दे दिया। उन्होंने इसे साजिश करार देते हुए मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव से शिकायत भी की है। जिसमें उन्होंने पूरे मामले की गहनता से जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग भी की है। वहीं विधायक का फर्जी लेटर हेड बनाकर कार्यालय कर्मी की शिकायत को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। उस पत्र में वरीय लेखा पदाधिकारी पर भयादोहन कर अकूत संपत्ति अर्जित करने समेत कई आरोप भी लगाए गए हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला स्तर से उक्त मामले की जांच की जा रही है।बताया जा रहा है कि विधायक सुखराम उरांव के फर्जी लेटर हेड पर मुख्य सचिव से की गई शिकायत में डीआरडीए के वरीय लेखा पदाधिकारी अजय यादव पर कई गंभीर एवं संगीन आरोप लगाए गए हैं। जिसके कारण कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। शिकायतकर्ता ने वरीय लेखा पदाधिकारी पर भयादोहन, शोषण एवं गुंडागर्दी के जरिए अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप भी लगाया है। पत्र में उनके द्वारा पॉश इलाके में करोड़ों की जमीन खरीदने एवं उसपर फ्लैट का निर्माण कराने, पंचायत में हो रहे ऑडिट के नाम पर पंचायत सचिव एवं रोजगार सेवकों से भयादोहन करने का आरोप भी लगाया है। साथ ही शिकायत में ऑडिट के नाम पर जिले की सभी पंचायतों के सचिव एवं रोजगार सेवकों से 45 लाख रुपए की उगाही करने का आरोप भी लगाया है। वहीं विधायक के लेटर हेड पर शिकायतकर्ता द्वारा डीआरडीए के वरीय लेखा पदाधिकारी पर नक्सली कनेक्शन का संगीन आरोप भी लगाया गया है। मगर इस आरोप में कितनी सच्चाई है, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन शिकायतकर्ता ने लेखा पदाधिकारी पर संवेदकों को हड़काने के लिए नक्सलियों से संबंध होने की बात जरूर कही है। जबकि विधायक ने मुख्य सचिव की गोपनीय शाखा में शिकायत करने गए व्यक्ति की पहचान सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से कर कार्रवाई की मांग भी की है।