मुखे जमानत पर जेल से हुए रिहा, कहा विरोधियों ने फंसाया, उनके पास प्रमाण है

जमशेदपुर : परसुडीह स्थित घाघीडीह सेंट्रल जेल से बुधवार की संध्या सीजीपीसी के पूर्व प्रधान गुरमुख सिंह मुखे जमानत पर जेल से रिहा हुए। इस दौरान उनके सैकड़ों समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत भी किया। बताते चलें कि वे दुष्कर्म के मामले में दस माह से जेल में बंद थे। उनपर कदमा थाना अंतर्गत रहने वाली एक महिला ने यह आरोप लगाया था। जिसमें सुप्रीम कोर्ट से उन्हें पिछले दिनों जमानत मिली थी। मगर शनिवार को तकनीकी कारणों से वे रिहा न हो सके। जबकि मंगलवार को भी वे बाहर आते आते रह गये थे। अंततः बुधवार वे जेल से बाहर आ गए।मौके पर मुखे ने कहा कि उन्हें विरोधियों ने साजिश के साथ फंसाया था। वे सीजीपीसी का चुनाव जीत रहे थे और विरोधी यह जानते थे। इसलिए उन्होंने यह घिनौना खेल खेला है। उन्होंने विरोधियों को ललकारते हुए कहा कि कोई भी हो चाहे वह जितने पैसे वाले क्यों ना हो। वे मुझसे सीधे टककर नहीं ले सकते। उन्होंने कहा कि उन्हें फंसाया गया है और प्रमाण के साथ जल्द ही वे प्रेस में इसका खुलासा भी करेंगे। आगे उन्होंने कहा कि वे उग्रवाद और नशे के विरोधी हैं। उसके खिलाफ लड़ाई भी लड़ते है। इसलिए विरोधियों ने यह चाल चली है। वे जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी कर देंगे।

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