रेलवे ब्रिज निर्माण के दौरान धनगडा में हुआ बड़ा हादसा

 

निर्माणाधीन रेलवे ब्रिज का सरिया खिसकने से दो मजदूरो की मौत, एक गंभीर

 

टंडवा: शनिवार का दिन टंडवा के धनगडा पंचायत के लिए अशुभ साबित हुआ। एक ओर शिवपुर-कठौतिया रेलवे लाईन के बुकरू स्थित ब्रिज संख्या 102 निर्माण के दौरान दो मजदूर की मौत हो गयी वहीं रक्शी के एक युवक की हत्या कर दी गयी। बताया गया कि शनिवार को दस बजे सुबह ब्रिज के निर्माण में सरिया बांधने के दौरान सरिया खिसकने से दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई।जिसमें बुकरू के 50 वर्षीय बेचन भुइयां और लेम्बुआ के सिकेदर साव 40 का नाम शामिल हैं। जबकि एक मजदूर की हालत गंभीर बनी हुई है। जानकारी के अनुसार ब्रिज के निर्माण में करीब डेढ़ दर्जन मजदूर सरिया व सेटरिंग बांधने का कार्य कर रहे थे। इसी दौरान हादसा हुआ। हादसे के दौरान करीब आधा दर्जन मजदूर सरिया के नीचे दब गये थे‌। जबकि अन्य मजदूरों ने दौड़कर अपनी जान बचाई। घटना के बाद सरिया के नीचे दबे सभी मजदूरों को अन्य मजदूरों ने खींचकर बाहर निकाला‌। जबकि एक मजदूर बेचन भुइया सरिया में दबने के कारण मौत हो गई‌। घटना के बाद गंभीर रूप से घायल दो मजदूरों को सिमरिया रेफरल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया जहां घायल मजदूर सकेन्दर की मौत हो गई। वहीं दूसरे मजदूर को गंभीर हालत में हजारीबाग रेफर किया गया है। घटना में मृतक दोनों मजदूरों की पहचान बुकरू गांव निवासी बेचन भुईयां एवं लेम्बुआ गांव निवासी सकेन्द्र साव के रूप में की गई। जबकि गंभीर रूप से घायल मजदूर बुकरू गांव निवासी दुर्गेश भुइयां है। घटना की खबर आसपास के गांव में आग की तरह फैल गई। घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे आसपास के गांव के ग्रामीण और मृतक के परिजनों ने घटनास्थल पर जमकर हंगामा किया। इसके साथ ही रेलवे लाइन निर्माण का कार्य कर रही कंपनी और इंजीनियरों के खिलाफ जमकर आग उगला। दरअसल ब्रिज का निर्माण एरिकोन कंपनी के ठेकेदार राजा कंस्ट्रक्शन के द्वारा कराया जा रहा है। ग्रामीणों ने कंपनी के ऊपर ब्रिज निर्माण में लगे मजदूरो के जान से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। ग्रामीण और मृतक के परिजनों का आरोप है कि ब्रिज निर्माण में लगे मजदूरो के सुरक्षा से संबंधित कोई भी इंतजाम नहीं किए गये थे। मजदूर न तो सेफ्टी बेल्ट, ना जूता और ना ही हेलमेट लगाए थे।

 

इंजिनियर के सरिया के सुरक्षा रड कटवाने से हुआ हादसा: मजदूर

 

घटना के बाद ब्रिज निर्माण में कार्य कर रहे अन्य मजदूरों ने कंपनी के इंजीनियर पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। काम कर रहे बीफा साव ने बताया कि घटना के पूर्व कंपनी के सौरभ नामक इंजिनियर ने कार्य कर रहे एक मजदूर से सरिया के सेफ्टी रड,जिसपर ब्रिज के पूरे सरिया का भरा था उसे रड को कटवा दिया। रड के कटते ही चन्द क्षणो में ब्रिज का पूरा सरिया धराशाई हो गया। जिसके नीचे दबने से मजदूरों की मौत हुई।

 

पचास लाख मुआवजे की मांग

 

घटना के बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने कंपनी जहां एक ओर मजदूरों के सुरक्षा से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। वहीं दूसरी ओर परिजन और ग्रामीण मृतक के आश्रितों को पचास-पचास लाख रूपये आर्थिक मुआवजा राशि देने की मांग कर रहे हैं। हंगामा कर रहे हैं परिजनों और ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी जब तक उक्त मुआवजा राशि को नहीं देती है तब तक हम सभी शव को उठने नही देंगे।

 

मुआवजे को लेकर सड़क जाम

 

वहीं घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर धनगड्डा मुख्य चौक पर शव को रखकर टंडवा -सिमरिया मुख्य पथ को जाम कर दिया। जिससे सड़क के दोनों ओर कोल वाहनों सहित यात्री वाहनों की कतार लग गई।

Related posts

Leave a Comment