जमशेदपुर: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के एमडी सह सीईओ आशीष कुमार चौहान ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट को 10 में से 10 अंक देते हुए कहा कि देश में रोजगार सृजन को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है। क्योंकि इसमें यह सुनिश्चित किया गया है कि सरकारी क्षेत्र के अलावा निजी क्षेत्र भी रोजगार सृजन में भाग लें। साथ ही एंजल टैक्स पर राहत प्रदान कर और मुद्रा ऋण योजना की सीमा को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर भारत को नंबर 1 स्टार्टअप राष्ट्र और उद्यमियों का राष्ट्र बनाने का विजन भी नजर आ रहा है। जारी प्रेस विज्ञाप्ति में बजट से संबंधित प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने भारत के श्रम बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है। जिससे कार्यबल में युवा महिलाओं की भागीदारी बढ़ाकर देश उनके सहयोग से और तेज गति से आगे बढ़ सकेगा। रोजगार सृजन के एक हिस्से के रूप में कौशल विकास भी उनका एक अनूठा विचार रहा है। जबकि बुनियादी ढांचे के खर्च को बरकरार रखा गया है। इसी तरह राजकोषीय घाटे को 5.1 प्रतिशत की अपेक्षा से 4.9 फीसदी पर कम किया गया है। ये सभी चीजें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष कर ढांचे में बहुत अधिक बदलाव किए बिना हासिल की जा रही हैं। जिससे यह सुनिश्चित होता है कि भारत की दीर्घकालिक क्रेडिट रेटिंग में सुधार होगा और 2025-26 में राजकोषीय घाटे को 4.5 प्रतिशत तक ले जाने का मार्ग प्रशस्त होगा। कुल मिलाकर इस बजट को 10 में से 10 अंक मिलते हैं।