– खेल हमें अनुशासन, संयम, सूझबूझ, विपरीत परिस्थितियों में अपनी दृढ़ता कौशल, रणनीतिक प्रदर्शन का मंच देता है – उपायुक्त
जमशेदपुर : बिस्टुपुर स्थित जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में शनिवार 36 वें नेशनल अंडर 9 बालक और बालिका प्रतियोगिता का प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया गया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री उपस्थित रहे। 36 वें राष्ट्रीय अंडर 9 बालक और बालिका की शतरंज चैंपियनशिप का शुभंकर ‘दिरी’ है। संताली में ‘दिरी’ रणनीतिक बुद्धि का प्रतिनिधित्व करता है और जो शतरंज के सार के साथ पूरी तरह मेल खाता है। दिरी, बाघ, खेल में आवश्यक ताकत और रणनीतिक कौशल का प्रतीक है। शिकार पर निकले एक बाघ की तरह युवा शतरंज प्रेमी सोची-समझी चालों से बोर्ड पर कदम रखते हैं। दिरी की उपस्थिति युवा खिलाड़ियों को इस रोमांचक शतरंज में जीत का लक्ष्य रखते हुए दृढ़ संकल्प और रणनीतिक फोकस के साथ चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करती है। इस प्रतियोगिता में पूरे देश से 500 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे। यह पहली बार है जब जिला शतरंज संघ राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन करने जा रहा है। 2 से 8 नवम्बर तक चलने वाली प्रतियोगिता में कुल 11 चक्र का खेल स्विस पद्धति से खेला जाएगा। जिसमें टाइम कंट्रोल 90 मिनट और 30 सेकंड इंक्रेमेंट होगा। साथ ही एक राउंड का खेल 4 से 4.5 घंटे तक चलेगा। शीर्ष 20 विजेता खिलाड़ियो को कुल 5 लाख रुपए नगद पुरस्कार के साथ साथ ट्रॉफी देकर सम्मानित किया जाएगा। इसी प्रतियोगिता के माध्यम से विजेता खिलाड़ियो का चयन एशियन और वर्ल्ड कैडेट चैंपियनशिप के लिए किया। वहीं पंजीकरण की प्रक्रिया ऑल इंडिया चेस फेडरेशन के वेबसाइट पर जारी है। जिसकी अंतिम तिथि 24 अक्तूबर है। भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियो का एआईसीएफ से पंजीकृत होना अनिवार्य होगा। कार्यक्रम में कुल 16 निर्णायक होंगे। जिनमें मुख्य निर्णायक की भूमिका तमिलनाडू के इंटरनेशनल आर्बिटर पॉल आरोकिया राज निभाएंगे। वहीं डिप्टी निर्णायक की भूमिका रांची के दीपक कुमार अदा करेंगे। टॉप 10 बोर्ड का खेल लाइव प्रसारित किया जाएगा। मौके पर जिला योजना पदाधिकारी अरुण द्विवेदी , जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार, जिला शतरंज संघ के उपाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार, राज कुमार सिंह, सचिव अजय कुमार, शतरंज संघ से उत्सव ओझा, सुमीत कुमार, विक्रम कुमार, एनके तिवारी और जयंत भूयन समेत अन्य मौजूद थे।