गिरिडीह सहित 3 जिलों में हो केंचुआ खाद के गुणवत्ता की जांच-मुखिया

मामले में फंसता हुआ देख मुझ पर लगाया जा रहा है झूठा आरोप -सिद्दीक

गिरिडीह:- बेंगाबाद प्रखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत मधवाडीह के मुखिया सिद्दीक अंसारी ने अपने पंचायत में मनरेगा के तहत आम बागबानी योजना के लाभुकों को दिए गए केंचुआ खाद की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए इसमें मिलावट और घोटाले की बात कही है। उन्होंने कहा कि केंचुआ खाद के नाम पर करोड़ों रुपए का घोटाला किया जा रहा है और लाभुकों को वर्मी कम्पोस्ट के नाम पर मिट्टी और गोबर सप्लाई किया जा रहा है।

कहा कि बेंगाबाद प्रमुख को दिए गए जांच के आवेदन के बाद मुझे उनके द्वारा सोशल आडिट एवं स्पेशल आडिट करवाकर बर्बाद करने की धमकी दी गई। उन्होंने अपने पति जो एक वेंडर हैं उनके बचाव में इस तरह की असंवैधानिक बातें कही हैं। मैं ऐसे किसी भी धमकी से डरने वाला व्यक्ति नहीं हूं।

वेंडर दिवाकर सोनार के द्वारा 10 प्रतिशत कमीशन की मांग के आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह सरासर बेबुनियाद और झूठा आरोप है। दिवाकर जी कभी कहते हैं कि मैंने कमीशन मांगा तो कभी कहते हैं कि मैंने किसी व्यक्ति के माध्यम से कमीशन की मांग की है। मैं उन्हें चुनौती देता हूं यदि यह सत्य है तो इसे सिद्ध करके दिखाएं।

मुखिया सिद्दीक अंसारी ने कहा कि एक मामूली वेंडर करोड़ों के बनाए हुए घर में रहते हैं। उनके नाम से करोड़ों की जमीन है। क्या वह यह बताएंगे कि आखिर इतनी संपत्ति उनके पास कहां से आई? उनके द्वारा गिरिडीह सहित कुल 3 जिलों में सप्लाई किए जा रहे हैं केंचुआ खाद के गुणवत्ता की उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए।

कहा कि प्रमुख के द्वारा मुझे बर्बाद करने की मिली धमकी और केंचुआ खाद में मिलावट के मामले से मैंने बेंगाबाद बीडीओ और उपायुक्त को अवगत करवाया है और उनसे इस मामले पर उचित कार्रवाई करने का भी आग्रह किया है। यदि उनके द्वारा संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई तो मैं इस मामले को माननीय उच्च न्यायालय तक ले जाउंगा।

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