राजनीति में फिसड्डी रहने के कारण देश के युवा राजनीतिक पार्टियों के मानसिक गुलाम बन कर रह गए हैं-जयराम महतो

राजनीतिक पार्टियां युवाओं को धर्म के नाम पर उलझा कर उनका इस्तेमाल कर रही हैं

गिरिडीह:- जेबीकेएसएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयराम महतो ने डुमरी के जामतारा में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि युवाओं को राजनीति में आगे बढ़ने की आवश्यकता है। आज के युवा राजनीति में फिसड्डी हैं जिसके कारण वे राजनीतिक पार्टियों के मानसिक गुलाम बनकर रह गए हैं। पार्टियां युवाओं को केवल अपने लाभ के लिए इस्तेमाल करती हैं। धर्म के नाम पर उन्हें लडा़ती हैं। कोई भी पार्टी रोजगार की बात नहीं करती है। गरीबों के कल्याण की बात नहीं करती है। सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं एवं आवश्यकताओं के विषय में बात नहीं करती है। केवल जात-पात के नाम पर वोटों का ध्रुवीकरण करती हैं। आज मंदिर और मस्जिद के नाम पर लोगों को लड़ाया जा रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि झारखंड प्राकृतिक खनिज-संपदा से भरा हुआ राज्य है लेकिन यहां के लोग दूसरे शहरों में मजदूरी कर रहे हैं। यहां का कोयला, पत्थर, अभ्रक बाहर भेजा जाता है।

कहा कि कुछ लोग सत्ता का दुरपयोग करते हैं। संवैधानिक पदों पर रह कर तानाशाही व्यवहार करते हैं। प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को नागार्जुन ने उनके विरोध में कविता सुनाई थी जिसे सुनकर नेहरू मुस्कुराए थे। आज यदि कोई सरकार के विरोध में बोलता है तो उनके विरुद्ध चुन-चुन कर कार्रवाई की जाती है। आज सत्ता का दुरपयोग चरम पर है।

कहा कि मैं गिरिडीह लोकसभा से चुनाव लड़ने जा रहा हूं। समस्त गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र की जनता और उनका आशीर्वाद मेरे साथ है। मुझे सभी वर्गों का भरपूर सहयोग एवं समर्थन मिल रहा है।

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