शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन विजयादशमी के अवसर पर शस्त्र पूजन का हुआ आयोजन

पाकुड़ संवाददाता।

पाकुड़: शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन विजयादशमी के अवसर पर पाकुड़ के युवाओं के द्वारा पाकुड़ रेलवे स्टेशन परिसर स्थित दुर्गा मंदिर पंडाल में शस्त्र पूजन का आयोजन हिसाबी राय के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगर परिषद पाकुड़ की निवर्तमान अध्यक्ष सम्पा साहा सहित दुर्गा पूजा समिति के सचिव संतोष कुमार ठाकुर भाजपा प्रदेश का समिति के सदस्य अनुग्राहित प्रसाद साह भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गा मरांडी, राणा शुक्ला आदि मौजूद थे। शस्त्र पूजन में सैकड़ों की संख्या में युवाओं तथा मातृशक्ति ने परंपरागत अस्त्र-शस्त्र के साथ मां भवानी के दरबार में हाजरी लगाई।पुरोहित सजल चक्रवर्ती, सुकांतो सहाना तथा तापस तिवारी के द्वारा देविक विधि विधान से पूजा अर्चना जजमान अनिकेत गोस्वामी से करवाया गया।सारे पंडाल में भारत माता की जय, जय माता दी, जय भवानी जय, श्री राम इत्यादि के गगनभेदी जयघोष से पूजा मंदिर परिसर गूंज उठा।
शस्त्र पूजन के अवसर पर सम्पा साहा ने कहा कि दशहरा का पर्व असत्य पर सत्य की जीत, अंधकार पर प्रकाश की जीत और अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है। यह पर्व हमें अपने अहंकार तथा बुराई को समाप्त कर अच्छाई तथा सत्य की राह पर चलने की सीख देता है।

आगे उन्होंने कहा कि विजयदशमी पर शस्त्र पूजन का विशेष महत्व इसलिए भी है कि ऐसी मान्यता है की मां दुर्गा द्वारा महिषासुर का वध करने के उपरांत माता दुर्गा वह अन्य देवताओं में दस दिनों तक चले इस महायुद्ध में प्रयोग किए गए विभिन्न अस्त्र-शस्त्र पूजन किया गया था।इसी मान्यता को आज भी हम विजयदशमी को शस्त्र पूजन कर सनातन परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं, यह शक्ति आधार है। शांति शक्ति और शुभ का आधार है।
कार्यक्रम में उपस्थित अनुग्राहित प्रसाद साह ने कहा कि दशहरा और विजयादशमी के अवसर पर बरसों से सनातन धर्म में यह परंपरा चली आ रही है। मान्यता है कि इस दिन जो भी कार्य प्रारंभ किया जाता है उसमें निश्चित रूप से सफलता मिलती है।उन्होंने आगे कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों में स्वार्थ व द्वेष के आधार पर दूरियां बनाने का काम स्वतंत्र भारत में चल रहा है। ऐसे में ऐसे लोग अपने स्वार्थ के लिए हमदर्द बनकर आते हैं, उनके चुंगल में फसना नहीं है। उनके बहकावे में ना फसते हुए, उनके भाषा, पंथ, नीति कोई भी हो उनके प्रति निर्मोही होकर निर्भयता पूर्वक उनका निषेध प्रतिकार करना चाहिए।
शस्त्र पूजन कार्यक्रम में पिंकी मंडल, शाबरी पाल, पार्वती देवी, ईशानी गोस्वामी, नवनीत गोस्वामी, विवेकानंद तिवारी, राम ठाकुर मुखिया नीपु कुमार सरदार, निवर्तमान वार्ड पार्षद अशोक प्रसाद, राजेश डोकानियां, सुशील साहा, मुरारी मंडल, विजय कुमार राय, लाल्टू भौमिक, प्रवीण मंडल, संजय राय, मुन्ना रविदास, तन्मय पोद्दार, अजित मंडल, दिनेश लालवानी, मनीष सिंह, ओम प्रकाश नाथ, रंजीत राम, बहादुर निर्भय सिंह, अक्षय मंडल, अमित साहा, सत्यम भगत, विष्णु भंडारी, कालू कर्मकार, अमन सिंह राठौड़, श्याम ठाकुर, पुरुषोत्तम राय, सूरज हाजरा, प्रियोजित सिंह, प्रितिश राउत, भुटू कुनाई, अंकित शर्मा, रतुल दे, जितेश रजक, अजय राय, संजय मंडल सहित सैकड़ों की संख्या में युवा मौजूद थे।

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