13 लाख नकदी और दस्‍तावेज बरामद

Md Mumtaz

खलारी: हजारीबाग के बड़े कोयला कारोबारी इजहार अंसारी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। वह कहकशां ग्रुप ऑफ कंपनीज के अलावा कई शेल कंपनियों का संचालक है जिनके माध्यम से काले धन का संचालन कर रहा था। ईडी ने मंगलवार को इजहार अंसारी के हजारीबाग रामगढ़ के तीन ठिकानों पर छापेमारी के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है। इज़हार अंसारी के घर से 13 लाख नकदी और दस्‍तावेज बरामद

उसके ठिकानों से 13 लाख रुपये नकदी के अलावा विभिन्न शेल कंपनियों व काले धन के निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं, जिसका ईडी सत्यापन कर रही है। ईडी ने जहां छापेमारी की है, उनमें हजारीबाग के लोह सिंघना थाना क्षेत्र के मिल्लत कालोनी स्थित आवास, रामगढ़ के कुजू ओपी क्षेत्र में इजहार की फैक्ट्री व एक अन्य ठिकाना शामिल है।इजहार अंसारी ईडी के पूर्व में भेजे गए समन की अवहेलना कर रहा था और पूछताछ में उपस्थित नहीं हो रहा था। अब ईडी उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। इजहार पर तत्कालीन खान एवं भूतत्व विभाग की सचिव पूजा सिंघल के सहयोग से अवैध तरीके से कोयले का आवंटन लेकर करोड़ों रुपये की काली कमाई का आरोप है।गत वर्ष ईडी ने तीन मार्च 2023 को इजहार अंसारी के ठिकानों पर पहली बार छापेमारी की थी। उस वक्त ईडी को इजहार अंसारी के मिल्लत कालोनी स्थित आवास से तीन करोड़ 58 लाख रुपये नकदी व भारी मात्रा में कोयले के अवैध धंधे से संबंधित दस्तावेज मिले थे।

 

पूजा सिंघल की मदद से की काली कमाई

ईडी की छानबीन में यह खुलासा हुआ है कि कोयला कारोबारी इजहार अंसारी ने तत्कालीन खान एवं भूतत्व विभाग की सचिव पूजा सिंघल की मदद से कोयले के धंधे में खूब काली कमाई की। अवैध कमाई का हिस्सा उसने पूजा सिंघल तक उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार की मदद से पहुंचाया।मनरेगा घोटाले में वर्ष 2022 में पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट के पास से ईडी ने 19.76 करोड़ रुपये बरामद किए थे। इसके बाद ईडी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट से लंबी पूछताछ की थी, जिसमें यह खुलासा हुआ था कि पूजा सिंघल तक कोयले के अवैध खनन का पैसा भी पहुंचता था। इसमें इजहार अंसारी कोयले के धंधे में सर्वाधिक काला धन पूजा सिंघल तक पहुंचाता था।फर्जी कंपनियों के नाम पर कोयला उठाकर खुले बाजार में बेचते थे ईडी की यह छापेमारी कोल लिंकेज से संबंधित थी। इजहार अंसारी पर आरोप है कि उसने फर्जी कंपनियों के नाम पर रियायती दर पर कोयला उठाया करता है और उसे खुले बाजार में बेचने का काम करता है। ईडी को उसके ठिकानों से विभिन्न फर्जी कंपनियों से संबंधित दस्तावेज भी मिले थे, जिसके बारे में ईडी ने गत वर्ष भी उससे पूछताछ भी की थी।

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