पारंपरिक खेती छोड़ किसान रोमेन पाल ने पशुपालन व सब्जी की खेती को बनाया आमदनी का स्रोत

 

जमशेदपुर : रोमेन पाल का खेती से जुड़ाव बचपन से ही रहा है। खेतीहर परिवार होने के नाते अपने 4 एकड़ की पुश्तैनी जमीन में वे खेती करते हैं। मुसाबनी प्रखण्ड के सुरदा पंचायत अंतर्गत उपरबांधा गांव निवासी प्रगतिशील किसान रोमेन पाल शिक्षित किसान हैं और आधुनिकतम तकनीक से खेती कर अपने परिवार का अच्छे तरीके से भरण-पोषण कर रहे हैं। वहीं सिंचाई का साधन नहीं होने के कारण उन्हें सालों भर खेती करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता था। आत्मा के सहयोग के साथ साथ जिला कृषि विभाग द्वारा ड्रीप इरीगेशन सिस्टम का लाभ मिलने से सिंचाई का नियमित स्रोत उपलब्ध हो गया। सिंचाई की सुविधा होने से अब उन्होंने अपने खेत के आस-पास दो एकड़ जमीन लीज पर लेकर गोभी, बैगन, भिंडी, सेम आदि सब्जियों की खेती कर रहे है।

कृषि विभाग के सहयोग तथा रोमेन पाल ने स्वयं के प्रयास से पॉली हाउस का निर्माण किया। जिसमें सब्जी की खेती के साथ-साथ नर्सरी भी तैयार किया है। आत्मा से जुड़े रहने और विभागीय योजनाओं के बारे में अपडेट जानकारी रखने के कारण रोमेन पाल कुसुम योजना के तहत सोलर आधारित सिंचाई सुविधा भी प्राप्त किया। साथ ही सोलर सिस्टम लगने से सिंचाई का वैकल्पिक साधन उपलब्ध हो गया। अब वे सालों भर सब्जियों की खेती करते है। खेती के अलावे वे गाय, बकरी एवं मुर्गी पालन भी करते हैं।रोमेन बताते हैं कि स्थानीय घाटशिला के बाजार और इसके आस-पास लगने वाले सप्ताहिक हाटों में सब्जियों का व्यापार कर वे सालाना अच्छी आमदनी कर रहे हैं।

खेती कार्य के प्रति निष्ठा व लगन और कृषि विभाग अंतर्गत योजनाओं से मिलने वाले लाभ के सहयोग से रोमेन खेती के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट उदाहरण बन गए हैं। जबकि वे वैसे किसानों के लिए प्रेरणा हैं जो जानकारी के अभाव में अच्छा नहीं कर पा रहे हैं। कृषि विभाग द्वारा किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण, योजना का लाभ तथा उन्नत बीज भी दिया जाता है। बस जरूरत है कि जिले के अन्य किसान भी जागरूक होते हुए सीधा विभागीय पदाधिकारी या कार्यालय से संपर्क कर योजना का लाभ लेकर खेती किसानी की नई तकनीक को समझते हुए खेती करें तथा अपनी आय बढ़ाएं।

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